धारावाहिक “यह है चाहतें” में काम करने वाले अभिनेता हनी सिंह पाहवा कहते हैं,की ” यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति पूरी निष्ठा से समर्पित नहीं है,तो आप एक सफल व्यक्तित्व नहीं हो सकते है।” आइए पढ़ते है,अभिनेता हनी सिंह पाहवा से बातचीत
कौन है? हनी सिंह पाहवा
हनी सिंह पाहवा एक 31 वर्षीय अभिनेता है, जो हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले है। इनके पिता का नाम श्री नन्द किशोर पाहवा और माता का नाम श्रीमती सुनीता पाहवा है। इनके दो छोटे भाई योगेश पाहवा और पारस पाहवा है। इन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत थियेटर से किया था। थियेटर के इनके पहले गुरु श्री भूपेश जोशी जी है तथा इन्हें श्री सुधीर राउत जी का भी सानिध्य प्राप्त हुआ, जिनसे इन्होंने अभिनय की बहुत सारी बारीकियों को उनसे सीखा। उसके बाद यह वर्ष 2014 में मुंबई आ गए,जहां इन्होंने कई धारावाहिकों में काम किया है। इन्होंने धारावाहिक यह है चाहतें,अशोक,कुछ तो है,यह है मोहब्तें,कुंडली भाग्य,कुमकुम भाग्य, कृष्णा चली लंदन,प्रेम बंधन, डायन, हैवान, आहत,सीआईडी,क्राइम पेट्रोल,सावधान इंडिया,यह रिश्ता क्या कहलाता है? ,केसरी नंदन, तुझसे है राब्ता, सुपर कॉप्स वर्सेस सुपर विलेन, तारक मेहता का उल्टा चश्मा,एक नई पहचान,इश्क़ में मरजावां,कार्तिक पूर्णिमा,दिल जैसे धड़के धड़कने दो इन्होंने वेब सीरीज गेम्स ऑफ कर्म(नेटफ्लिक्स),सिलसिला बदलते रिश्तों का(वूट),बारिश(आल्ट बालाजी) और अभय 2(जी फाइव) में काम किया है। इसके अतिरिक्त हनी सिंह पाहवा ने कई शॉर्ट फिल्म और कॉमर्शियल एडशूट भी किए है। हनी सिंह पाहवा एक बड़े एवम प्रतिष्ठित अभिनेता बनने की चाह रखते है।
आपने एक्टिंग को अपने कैरियर के तौर पर क्यों चुना?
जब मेरा ग्रेजुएशन पूरा हुआ,उसी समय मैंने एक फ्रेंच इंस्टीट्यूट से फ्रेंच भाषा को भी सीख लिया था,और मेरे एक मित्र ने मुझे जॉब दिलाने की भी बात कही थी पर कहीं ना कहीं मैं अन्दर से संतुष्ट नहीं था,क्योंकि मुझे शायद वह काम पसंद नहीं था। मैं बचपन से ही एक्टिंग के प्रति आकर्षित रहा हूं और उस समय मुझे एक्टिंग अपनी ओर खींच रही थी,मुझे एक्टिंग करके जो आंतरिक संतुष्टि प्राप्त होती है वह शायद किसी और काम में नहीं मिलती इसी कारण से मैंने अपने कैरियर के लिए एक्टिंग को चुना। आज भी जब मैं शूटिंग करके घर लौटता हूं तो मुझे अत्यन्त ही सुखद अनुभव प्राप्त होता है।
आप आगे कहां काम करना चाहते है?
मैं मुख्य रूप से फिल्मों में काम करना चाहता हूं,लेकिन यदि मुझे अच्छे कॉन्सेप्ट पर वेब सीरीज और टीवी सीरियल में काम मिलता है,तो मैं अवश्य करूंगा लेकिन मैं मुंबई जिस उद्देश्य को लेकर आया था,वह था फिल्मों में काम करने का,यदि मुझे फिल्मों में काम करने का मौका मिलता है तो मै राजकुमार हिरानी सर के साथ अवश्य काम करना चाहूंगा,क्योंकि उनकी फिल्म थ्री इडियट से मैं बहुत प्रेरित हुआ था।
आपको अब तक कैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा?
समस्याएं तो सबके जीवन में रहती है उसी प्रकार मेरे जीवन में भी है,रही बात मुझे इस फील्ड में आने पर हुई,जैसे जब मैं मुंबई में आया तब मुझे यह नहीं पता था कि टीवी सीरियल के ऑडिशन कहां होते है? ऐड फिल्म, फिल्मों के ऑडिशन कहां होते है? प्रोडक्शन हाउस किधर है? मैं जब घर पर टीवी देखता था,तब सीरियल के शुरुआत में प्रोडक्शन हाउस का नाम दिखाता है मैं उसे देखकर नोट डाउन कर लेता था,लेकिन मुझे यह नहीं पता होता था कि वह मुंबई में कहां है? कुछ प्रोडक्शन हाउस और ऑडिशन की लोकेशन के एड्रेस तो मुझे गूगल द्वारा मिल गए और कुछ तो मेरे दोस्तों से मदद मिली। इसके अतिरिक्त बहुत ज्यादा दिक्कतें नहीं आईं,कुछ चीजों में समय लगा लेकिन धीरे – धीरे सभी चीजों के बारे में जानकारी हुई,जिसके कारण मेरी बहुत सारी प्रॉब्लम सॉल्व हो गई।
आपका रोल मॉडल कौन है?
मेरे रोल मॉडल अक्षय कुमार जी है। जहां तक मैं जानता हूं,की जब मैं तीसरी कक्षा में था, तभी से मैं उनको पसंद करता हूं। मुझे उनका व्यक्तित्व,उनकी स्टाईल,चलने का अंदाज़ मुझे सब कुछ पसंद है। मैं शुरुआत से ही उनको फ़ॉलो किया करता था,जैसे मुझे उनका डेली रूटीन बहुत अच्छा लगता है,वह अपने काम के प्रति सदैव ईमानदार रहते है,उनका काम के प्रति अनुशासन भी तारीफ के लायक है। इन्हीं सब कारणों से मैं अपना रोल मॉडल अक्षय कुमार जी को मानता हूं।
COVID – 19 का आपके कैरियर पर क्या असर पड़ा?
COVID – 19 महामारी से मेरे कैरियर कोई बहुत ज्यादा नकारात्मक प्रभाव तो नहीं पड़ा,लेकिन इस दौरान जब लॉकडाउन लगा तब मैंने अपने ऊपर काम करना शुरू किया। इस दौरान मैंने बहुत सारी अच्छी – अच्छी मूवीज देखी। उन मूवीज के किरदारों को ऑब्जर्व किया,उनका माइंड सेट पढ़ा। इसके अतिरिक्त मैंने भगवद गीता का अध्ययन भी किया, जिससे मुझे जीवन का सार क्या है? इसके बारे में पता चल सका। COVID – 19 महामारी के दौरान जो कुछ मैंने सीखा,जो कुछ मैंने अपने बारे ने जाना,एक अभिनेता के तौर पर को कुछ भी मैंने अपने ऊपर काम किया वह शायद मैं कभी नहीं कर सका था, इसलिए मेरे ऊपर इस महामारी का कोई नेगेटिव इफेक्ट नहीं पड़ा।
आपके परिवार का कैसा सपोर्ट रहा है?
मेरे परिवार का मेरे लिए बहुत सपोर्ट रहा है, हां जब मैंने पहली बार उनके सामने एक्टिंग करने का प्रस्ताव रखा था तब थोड़े वह लोग नाराज हुए थे,क्योंकि मेरी उस टाइम जॉब लगने वाली थी,लेकिन मैंने उन्हें किसी तरह से मनाया और वह मान गए। मेरे माता – पिता मेरे छोटे भाइयों सभी ने मुझे बहुत सपोर्ट किया है,चाहे वह फाइनेंशियली हो,या फिर इकोनॉमिकली हो। कभी – कभी ऐसा होता है,की कोई नया शो आ रहा होता है और मुझे नहीं पता होता है लेकिन मेरे भाइयों को पता हो जाता है,और वह मुझे कहते है, कि मैंने इस नए शो का प्रोमो देखा है,आप उसको पता करो की वह शो किस प्रोडक्शन हाउस का है,आप इसे ट्राई करों।
आपके मित्रों का कैसा सपोर्ट रहा है?
मेरे परिवार के तरह ही मेरे दोस्त भी बहुत ही मददगार है। मेरे दोस्तों में वैभव प्रताप सिंह,सचिन सक्सेना,विनय कुमार पांचाल,सिद्धांत राव,अविनाश शर्मा,गौरव अरोरा,शम्मी कुमार आदि का बहुत सपोर्ट रहा है।