चैत्र नवरात्रि 2022: हिंदू धर्म के अनुसार चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष के प्रतिपदा तिथि यानी पहले दिन से मां दुर्गा के नौ दिन के पर्व नवरात्रि का आरंभ होता है। इस नवरात्रि को वासंतिक नवरात्रि तथा चैत्र नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। यह नवरात्रि साल की पहली नवरात्रि होती है। आपको बता दे इसी दिन से हिन्दू धर्म के अनुसार नए वर्ष का आरंभ भी होता है। इस बार यह पर्व 2 अप्रैल से शुरू हो रहा है, यह नवरात्रि पूरे नौ दिन का रहेगा। पिछले दो वर्षों से कोरोना काल के चलते श्रद्धालुओं को मंदिरों में जाने नही दिया जा रहा था,लेकिन इस बार पाबंदियां समाप्त हुई तो श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।
नवरात्रि की तैयारियां लगभग समाप्त हो चुकी है,कल से इस पर्व का आरंभ हो जायेगा में बहुत से भक्त अपने घरों में कलश स्थापना कराते है और नौ दिन तक बड़ी श्रद्धा के साथ माता की पूजा करते है। आपको बता दे कलश स्थापना के लिए कल 2 अप्रैल को सुबह 5.51 बजे से 8.22 बजे तक कलश स्थापना करने के लिए बेहद शुभ योग है। आप सुबह 11.36 बजे से 12.22 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में भी माता का कलश स्थापना करवा सकते है। इस नवरात्रि माता अपने श्रद्धालुओं के घर घोड़े की सवारी पर आयेंगी तथा मां दुर्गा भैसे की सवारी पर प्रस्थान करेंगे।
चैत्र नवरात्रि 2022 : तिथिवार जाने किस दिन मां दुर्गा के किस रूप की पूजा होगी?
2 अप्रैल,नवरात्रि का प्रथम दिवस – इस दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री रूप की पूजा को जाती है।
3 अप्रैल, नवरात्रि का दूसरा दिवस – इस दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा को जाती है।
4 अप्रैल, नवरात्रि का तीसरा दिवस – मां चंद्रघंटा की पूजा
5 अप्रैल,नवरात्रि का चौथा दिवस – इस दिन मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा होती है।
6 अप्रैल,नवरात्रि का पांचवा दिवस – इस दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप को पूजा जाएगा।
7 अप्रैल,नवरात्रि का छठा दिवस – इस दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा जायेगी।
8 अप्रैल,नवरात्रि का सातवां दिवस – इस दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाएगी
9 अप्रैल, नवरात्रि का आठवां दिवस – इस दिन मां महागौरी की पूजा होगी।
10 अप्रैल, नवरात्री का नौवां दिवस – इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी
11 अप्रैल,दशमी तिथि – इस तिथि को नवरात्रि व्रत का पारण किया जाएगा।