आज से प्रारंभ होगा माता दुर्गा अत्यंत पावन पर्व वासंतिक नवरात्र,जाने कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, वासंतिक नवरात्रि का प्रारंभ मंगलवार से हो रहा है। व्रत पूजा – पाठ करने से माता दुर्गा सभी कष्ट हारती है। नवरात्र नौ दिनों माता दुर्गा का अत्यंत पवित्र – पावन उत्सव होता है।
माता दुर्गा का 9 दिनों तक अलग – अलग रूपों में पूजा कि जाती है। माता नवग्रहों से संबंधित बाधाओं के अतिरिक्त अपने भक्तों कि सभी बाधाओं को हर लेती है। वैसे हर वर्ष माताजी का यह पर्व वर्ष भर में दो बार आता है एक बार इसे चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में मनाते है। जिसे वासंतिक नवरात्र कहा जाता है। दूसरी बार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। जिसे हम शारदीय नवरात्रि कहते है। सभी भक्तजन नवरात्रि पर्व को बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। समस्त भक्तजन नवरात्रि को बड़े निष्ठा से मनाते है तथापि नौ दिवस तक व्रत भी रहते है। माता की नौ दिन पूजा अर्चना नवरात्रि में करना अत्यंत लाभदायक होता है। श्रद्धालु इस पर्व में माता का पंडाल सजाते हैं,उनकी मूर्ति स्थापित करके उनका प्रत्यक्ष रूप से पूजन करते तथा जागरण करके माता का भजन कीर्तन भी किया करते है किन्तु इस वर्ष कोरोनावायरस महामारी के कारण भक्तों को कई प्रकार के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। कई जगहों पर दुर्गा पूजा में पंडाल सजाने के लिए मना किया गया है।
वासंतिक नवरात्रि 2021: इस बार पूरे नौ दिन का होगा,वासंतिक नवरात्रि पर्व
इस बार के वासंतिक नवरात्रि में एक भी दिन का क्षय नही है, अतः इस बार नवरात्रि व्रत पूरे नौ दिनों तक रखा जाएगा। वैसे चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि सोमवार को सुबह 08.17 बजे ही लग गई थी। जिसका समापन मंगलवार को सुबह 10.17 बजे होगा। हिंदू धर्म में उदया तिथि को मान्यता दी जाती है। इसी लिए यह व्रत मंगलवार से आरंभ होगा। वासंतिक नवरात्रि का पारण 22 अप्रैल को किया जाएगा
वासंतिक नवरात्रि 2021: जाने घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
घट स्थापना नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा तिथि को की जाती है। घट स्थापना प्रतिपदा तिथि के दिन यानी मंगलवार, 13 अप्रैल के सुबह 05.45 बजे से लेकर 10.17 बजे तक किया जा सकेगा। अतः इस दिन घट स्थापना के बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अत्यंत ही लाभकारी माना जाता है।