Pratigya 2: 30 March Episode Written Update In Hindi || प्रतिज्ञा 2,30 मार्च एपिसोड की पूरी कहानी हिंदी में लिखित अपडेट के साथ

Pratigya 2: जाने आज के एपिसोड में क्या हुआ? बलवंत त्यागी ने राधे को कैसे मारा? प्रतिज्ञा को क्या सबूत मिला? सज्जन सिंह ने कृष्णा को किस काम को करने से रोका? राधे की मौत के बाद कृष्णा पर क्या बीती? इन सभी सवालों का जवाब इस लेख के माध्यम से मिलेगा,जिसमे प्रतिज्ञा 2,30 मार्च के एपिसोड की पूरी कहानी का लिखित अपडेट ( Pratigya 2,30 March Episode Written Update In Hindi)

प्रतिज्ञा 2: 12वें एपिसोड(30 मार्च 2021) की पूरी कहानी का लिखित अपडेट,हिंदी में,॥ Pratigya 2: Episode 12(30March) Written Update In Hindi

आज के एपिसोड की कहानी शुरू होती है,जहां पर बलवंत त्यागी ने राधे को पकड़ रखा था,वह राधे से अंतिम बार उसके मालिक का नाम बताने को बोलता लेकिन वह कुछ नहीं बोलता है। जिसके बाद बलवंत त्यागी कहता है,की मेरे बेटे की मौत के बाद ना जाने कितने बलिदान होंगे,जिसमे पहला बलिदान तुम्हारा होगा। उसके बाद वह धरा के आंख के सामने लाइटर जलाता है,आग को देखकर धरा को दौरा पड़ जाता है,और वह राधे के उपर चढ़कर उसका गला काट देता है,उसके उसे नदी में फेंक देता है।

अगले दृश्य में कृष्णा छत के पहले मंजिल पर खड़ा होकर राधे के बारे में सोच रहा होता है,की राधे ने अभी तक सरेंडर क्यों नही किया? और उसके बारे में सोचकर बड़बड़ा रहा होता है,की सज्जन सिंह कृष्णा की जुबान पर राधे का नाम सुनकर उसके पास आता है,और कृष्णा से पूछ पड़ता है,की क्या हुआ? कृष्णा उसे कुछ बात ना होने का बहाना करता है,लेकिन सज्जन उससे कहता है,को तेरे जुबान पर मैंने ऊ राधवा का नाम सुना है,बोल बेटा क्या बात है? कृष्णा उससे कोई बात नही है,कहकर टाल देता है। सज्जन सिंह उससे फिर पूछ पड़ते है,फिर कृष्णा बताता है,की ऊ बस राधे मुझे रास्ते में मिल गया था ,इसीलिए उसका नाम जबान पर आ गया। सज्जन सिंह फिर कृष्णा को समझते है,को अब हम लोग गुंडा नहीं रहे,उस दलदल को हम कबके छोड़ चुके है, अब हमारा जीवन खुशहाली से चल रहा है,तो चलने दो। उस राधे के चक्कर ना पड़ो। समझ गए बेटा,फिर कृष्णा सज्जन सिंह को राधे से नहीं मिलने को कहता है। फिर अपने कमरे में जाने लगता है,और सोचने लगता है की आखिर राधे है कहां? 

कृष्णा जैसे ही कमरे में पहुंचता है,देखता है,की कमरे में कैंडल जला होता है,प्रतिज्ञा नाइटी पहने आती है,और कृष्णा को अपनी ओर खींचती है,लेकिन कृष्णा उससे दूर जाने की कोशिश करता है,फिर प्रतिज्ञा कृष्ण से गुस्सा होकर बैठ जाती है,और कहने लगती है की तुम्हारा भी सभी पतियों की तरह पत्नी से मन भर गया है,तुम्हारा मतलब भी मुझसे बस इतना ही था। फिर कृष्णा प्रतिज्ञा को मनाने लगता है,लेकिन प्रतिज्ञा मनाती नहीं है,प्रतिज्ञा अंदर चली जाती है।थोड़ी देर बाद वह नाइटी निकालकर बाहर आती है। और कृष्णा पर गुस्सा होती है। कृष्णा उसे अपनी ओर खींचता है,और दोनो मुस्कुराने लगते है।

अगले दृश्य में गर्व सपना देख रहा होता है,की उसे बलवंत त्यागी उसी पहाड़ी के पास उठाए हुए है, जहां उसके बेटे की मौत हुई थी,और वह उसे वही फेंक रहा है। तभी उसका सपना टूटता है और वह मैंने कुछ नहीं किया कहकर उठ जाता है। कोमल तुरंत उसके पास जाती है, उसे पूछती है,की कोई बुरा सपना देख लिए हो लगता है? फिर उसको वह सुला देती है। कोमल सोचने लगती है,की कुछ तो बात है गर्व की इन हरकतों के पीछे और बुरे सने भी यूंही नहीं आते है। जो भी है कृष्णा भाई को भी पता है मुझे उनसे पता करना होगा।

अगले दृश्य में कृष्णा फोन से बात कर रहा होता है,और कोमल वहां आती है,कोमल के आने के बाद कृष्णा फोन काट देता है। कोमल कृष्णा से पूछने लगती है की आखिर बात क्या है? तुम और गर्व इतने दिनो से परेशान हो,गर्व को बुरे सपने आते है,वह बिस्तर गीला कर देता है,उल्टी करता है,डरा हुआ है। आखिर बात क्या है?  कृष्णा कोमल को अहसास दिलाने की कोशिश करता है,की कोई बात नही है। और चला जाता है।

अगले दृश्य में प्रतिज्ञा पुलिस स्टेशन में होती है,जहां उसे सबूत दिखाया जाता है,उसे शक्ति की रूमाल मिलती है। वह उसके रूमाल का फोटो खींचती है और वहां से चली जाती है।

अगले दृश्य में मंदिर से कोमल लौट रही होती है तभी वहां आदर्श आता है और उसे घर तक छोड़ने को कहता है,लेकिन कोमल सहायता लेने से मना कर देती है,उसके बाद भी आदर्श उसके साथ चलने लगता है,कोमल उसे पहले माना करती है,की अकेली चली जाऊंगी,लेकिन फिर भी वह उसे घर छोड़ने जाता है। होली के दिन आदर्श ने कोमल के उपर रंग पड़ने से बचाया था। इसपर कोमल उसे धन्यवाद भी करती है। कोमल के घर के अंदर जाने के बाद आदर्श उसके जीवन में फिर खुशी लाने की बात करता है।

घर के अंदर शक्ति का प्रवेश होता है,वह सज्जन सिंह से कहता है,की वह जो आपका खास आदमी था, जो आपके साथ काम किया था,उसकी मौत हो गई है। सज्जन सिंह उसका नाम पूछता है,लेकिन शक्ति को उसका नाम नही पता होता है। शक्ति केसर को टीवी चालू करके न्यूज लगाने को बात कहता है। केसर न्यूज लगती है,तो उसपर राधे की मौत की खबर आ रही होती है। सज्जन सिंह राधे को देखकर पहचान जाता है। वह तुरंत कृष्णा को वहा बुलाता है,और टीवी दिखाता है। कृष्णा राधे की मौत की खबर सुनकर बिलकुल दुखी हो जात है। वह तुरंत समझ जाता है,की बालावांत को खबर लग गई और उसने मार दिया है।

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