इश्क पर जोर नही: एपिसोड की शुरुआत होती है, अहान ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। अहान ने कहा कि इश्की ने मयंक के परिवार को तबाह कर दिया है और इसलिए वह इश्की की जिंदगी तबाह कर देगा। इश्की ने सोनू से पूछा कि क्या अहान को घटना के बारे में पता है? सोनू ने कहा कि नहीं अहान को कुछ नहीं पता। इश्की ने कहा कि मयंक बहुत गंदा है और सोनू से कहा कि वह किसी बात की चिंता न करें। सोनू ने पूछा कि वह इश्क़ी के प्रति अपनी कृतज्ञता कैसे दिखा सकती हैं? इश्की उसे हमेशा खुश रहने के लिए कहती है। इश्की सोनू के कमरे से निकल जाती है और वेटर ढूंढती है जिसने उसके ड्रिंक में कुछ मिलाया था।
इश्की ने पूछा कि उसने शराब क्यों मिलाई? वेटर ने कहा कि उसे पैसे की जरूरत है और इसलिए जब मयंक ने उसे उस काम के लिए अच्छी रकम की पेशकश की, तो उसने ऐसा किया। इश्की ने सब कुछ अपने फोन में रिकॉर्ड कर लिया और वेटर पर चिल्लाने लगी। इश्की अहान के पास आती है और कहती है कि वह उसके सवालों का जवाब देने आई है। अचानक पुलिस आ गई। पुलिस ने बताया कि उन्हें इश्की को गिरफ्तार करने की जरूरत है और कहा कि अहान ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
सोनू की विदाई की रस्म चल रही है। राज ने सोनू से कहा कि जब वे अपने घर पहुंचेंगे, तब वे तय करेंगे और इश्की की मदद करने का रास्ता खोजेंगे। इश्की ने कहा कि वेटर असली अपराधी है और उसने जूस में शराब मिला दी थी और मयंक ने उसे ऐसा करने के लिए कहा। मयंक के दोस्त ने मयंक को बताया कि इश्की ने उस वेटर को पकड़ लिया है। अहान ने उस वेटर से पूछा कि उसे ऐसा करने के लिए किसने कहा? वेटर ने कहा कि मयंक ने उसे शराब मिलाने के लिए कहा और इश्की से कहा कि वह उसे जाने दे। वेटर ने कहा कि इश्की ने उसे मयंक को दोष देने के लिए कहा। मैनेजर ने बताया कि मयंक ने पेमेंट कर दिया है। इश्की ने कहा लेकिन सिस्टम उस पेमेंट को नहीं दिखाता हैं। अहान ने पूछा कि क्या मयंक ने पेमेंट नहीं किया था तो उस वक्त कहां थे?
अहान ने इश्क़ी से उसे सच बताने के लिए कहा और कहा कि अगर इश्क़ी सच कहेगी तो वह उसकी शिकायत वापस ले लेगा। इश्की रोने लगी और सब कुछ सोचने लगी। इश्की ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अहान चौंक जाता है। सोनू रो रही है और उसके लिए इश्की के बलिदान के बारे में सोच रही है। विदाई की रस्म के तहत सोनू ने उसके पीछे चावल फेंके। सावित्री सोनू की विदाई में आती हैं। पुलिस इश्क़ी को अपने साथ ले जा रही है। मासी ने पुलिस को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्हें रोकने में नाकाम रही। सावित्री दादी के सामने आती हैं और सोनू द्वारा फेंके गए चावल एकत्र करती हैं। दादी चौंक गईं और सावित्री को एक तरफ ले गईं। सावित्री ने दादी से सभी से अपना परिचय देने को कहा।