मोलक्की(Molkki) : एपिसोड शुरु होता है वीरेंद्र, विपुल के बारे में सोचता है। रात के खाने के लिए वीरेंद्र को मनाने के लिए अचानक पूर्वी वीरेंद्र के पास आई। वीरेंद्र ने पूर्वी से कहा कि, मुझे आज खाने का मन नहीं है। पूर्वी,वीरेंद्र से कहती है, कि मैंने केवल तुम्हारे लिए ही कम घी में रात का खाना बनाया है। वीरेंद्र,पूर्वी से कहता है, कि अगर तुम मुझे अपने हाथ से खिलाओगी तो मैं इसे खाऊंगा। भोजन करते समय उसे पूर्वी से पता चलता है कि यह साक्षी की योजना थी।
पूर्वी देखती है,की साक्षी, वीरेंद्र को खाना खिलाने के लिए तैयारी कर रही होती है। पूर्वी इस दृश्य को देख कर कमरे में चली जाती है और वीरेंद्र को बताती है,की साक्षी खाना ला रही है,तुम खाना खा लेना। नही तो वह परेशान हो जायेगी।
साक्षी अंदर प्रवेश करती है तथा वीरेंद्र को खाना – खाने के लिए मजबूर करता है। वीरेंद्र किसी प्रकार से सब कुछ खा लेता है और वीरेंद्र का भाव देखकर पूर्वी हंसने लगी।
साक्षी पूर्वी के पास आती है और उससे कहती है, कि वह विपुल को वीरेंद्र के डॉक्यूमेंट के बारे में बताए। पूर्वी विपुल को सभी डॉक्यूमेंट दिलाने में सहायता कर रहा होता है। अचानक पूर्वी का पैर फिसल जाता है लेकिन विपुल ने उसे संभाल लिया। उसी समय वीरेंद्र वहां आता है और दोनों को एक साथ देखता है। विपुल उससे कहता है, कि साक्षी मुझे पूर्वी के पास ले गई और कहा कि वह डॉक्यूमेंट खोजने में मेरी सहायता करेगी।
वीरेंद्र, साक्षी के पास आता है और पूर्वी को विपुल के पास लाने के लिए चालबाजी करने पर उसे डांटता है। साक्षी उससे कहती है, कि मैं नहीं रुकूंगा क्योंकि वह अब भी मैं अभी भी इससे प्यार करता हूं। वीरेंद्र कहता है,कि यह असंभव है, क्योंकि पूर्वी के मन में उसके लिए भावनाएं नहीं हैं। साक्षी उसे चुनौती देती है कि पूर्वी खुद इस शादी के लिए राजी होगी।
बच्चे, पूर्वी को एक कुत्ता दिखाने के लिए ले जाते हैं, जो विपुल उनके लिए लाया था। पूर्वी ने उन्हें इतना शानदार तोहफा देने के लिए धन्यवाद दिया। साक्षी,पूर्वी से कह रही थी, कि विपुल बच्चे को अपने साथ ज्यादा खुश रखे। पूर्वी भी कहती है कि वह एक अच्छा इंसान है। साक्षी योजना बना रही थी कि आज हम जागते रहेंगे तथा विपुल के साथ आपके बचपन की कहानियां सुनेंगे। वीरेंद्र ने यह सुना और सोचा कि मैं तुम्हें जीतने नहीं दूंगा।
रात में वीरेंद्र, विपुल से कहता है, कि आपको पिछले दस वर्षों के सभी खातों की दोबारा जांच करनी है। वीरेंद्र उनके साथ गए। साक्षी, विपुल को ढूंढ रही होती है, वीरेंद्र ने स्वीकार किया कि उसे कोई आवश्यक कार्य है। साक्षी ने जाकर लाइट का मेन स्विच बंद कर दिया।
सब यही सोच रहे होते है, कि रोशनी फिर कब वापस आएगी। अचानक विपुल के साथ साक्षी आई और कहती है, कि अब विपुल भी हमारे साथ बैठेगा तथा रोशनी वापस आने के बाद वह अपना काम जारी रखेगा।
उन्होंने एक खेल – खेलने का फैसला किया, जिसमें वीरेंद्र और विपुल एक दूसरे के खिलाफ थे। विपुल ने गेम जीत लिया। वीरेंद्र पूर्वी से कहता है, कि मैं आपकी वजह से गेम हार गया हूं । अगर आपने एक – दूसरे को देखा नहीं होता, तो मैं गेम जीत जाता।
पूर्वी बाजार जा रही थी और साक्षी ने विपुल को अपने साथ चलने के लिए कहा लेकिन वीरेंद्र ने उसे एक काम दिया और वह खुद पूर्वी के साथ चला गया। साक्षी को पता चला कि वीरेंद्र ने जानबूझकर यह सब इसलिए किया ताकि विपुल पूर्वी के साथ न जाए। वहां वीरेंद्र पूर्वी को सरप्राइज देता है।