- उत्तर प्रदेश के डी एल एड एवम बी एड प्रशिक्षुओं द्वारा विधान सभा का घेराव किया गया।
- प्रशिक्षुओं की मांग है, कि प्रस्तावित 17000 नई शिक्षक भर्ती को 97000 की जाए
- कड़ाके की ठंड और बारिश के बीच भी प्रदर्शन करते रहे प्रशिक्षु – जिन्होंने डी एल एड और बी एड के साथ – साथ केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा अथवा यूपी टीईटी उत्तीर्ण किया है।
आज उत्तर प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने सरकार द्वारा प्रस्तावित 17000 नई शिक्षक भर्ती को लेकर धरना प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा का घेराव किया। सूबे में प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए लाखों की संख्या में अभ्यर्थी मौजूद है। आप को बता दे जिन प्रशिक्षुओं ने डी एल एड और बी एड करने के साथ – साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण किया होना चाहिए। चाहे वह अभ्यर्थी सीटीईटी से उत्तीर्ण हो या फिर यूपी टीईटी से उत्तीर्ण हो।
बात आती है,प्रशिक्षुओं कि नाराजगी की तो दरअसल बात यह है, कि 69000 शिक्षक भर्ती के दौरान सरकार कि तरफ से यह बात स्वीकार किया गया था, कि सूबे में 51112 पद रिक्त है। अगर सरकार अपनी बात पर भी रहे तो उसे कम से कम 51112 पदों पर भर्ती की जाए।
प्रदर्शन कर रहे प्रशिक्षुओं ने कहा कि,आज से 3 से 4 महीने पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षक और छात्र के अनुपात तथा शिक्षकों के नए पद को लेकर 3 सदस्यी कमेटी गठित किया गया। जिसके रिपोर्ट को उस कमेटी के द्वारा आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया।
इसी को लेकर 17000 कि जगह 97000 पदों पर नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकाला जाए। इसी को लेकर प्रशिक्षु ईको गार्डन में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। प्रशिक्षुओं ने भाजपा कार्यालय समेत बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास तथा मुख्यमंत्री आवास पर धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस बल ने अभ्यर्थियों को पकड़कर उन्हें ईको गार्डन में ले जाया गया।
प्रशिक्षुओं के विधानसभा में किए जा रहे प्रदर्शन को रोकने के लिए भरी मात्रा में पुलिस बल तैनात करके बैरिकेटिंग किया गया। कुछ प्रशिक्षुओं की गिरफ्तारी करके उन्हें ईको गार्डन छोड़ दिया गया। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व डी एल एड संघ के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह तथा उपाध्यक्ष ऋषभ सिंह,रामयागिक, विशु यादव,गणेश यदुवंशी,पंकज कुशवाहा आदि लोगों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।