BIG UPDATE : सीटेट और टीईटी की वैधता अब 7 साल से बढ़कर आजीवन करने के विचार में एनसीटीई,राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद एनसीटीई की 29 सितंबर की बैठक में सभी सदस्यों के बीच हुई वार्ता के दौरान यह प्रस्ताव रखा गया की सीटेट यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा और राज्य सरकारों द्वारा आयोजित किया जाने वाली टीईटी परीक्षा यानी शिक्षक पात्रता परीक्षा के उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं की शिक्षक भर्ती परीक्षा में बैठने की योग्यता की अवधि को आजीवन करने के लिए विचार किया गया।
आपको अवगत कर से की जिस अभ्यर्थी ने सीटेट परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद वह केंद्रीय विद्यालय,नवोदय विद्यालय तथा किसी भी राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के लिए होने वाली भर्ती परीक्षा को दे सकता है। किन्तु वह एक बार सीटेट परीक्षा को उत्तीर्ण करता था,तो वह केवल 7 साल तक ही उसकी योग्यता वैध मनी जाती थी। वहीं यदि टीईटी यानी शिक्षक पात्रता परीक्षा की बात करे तो यह राज्य सरकारों द्वारा आयोजित की जाती है। इस अलग – अलग राज्यों में अलग – अलग नाम से जाना जाता है इसे उत्तर प्रदेश में इसे यूपी टीईटी तो इसे मध्यल प्रदेश में एमपी टीईटी के नाम से जाना जाता है। इसको उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी केवल उसी राज्य के सरकारी विद्यालयों हेतु भर्ती परीक्षा में बैठ सकते थे जिस राज्य के टीईटी परीक्षा को वह उत्तीर्ण किए हो। टीईटी परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती परीक्षा में अगले 5 वर्षो तक बैठ सकते थे। लेकिन अब सीटेट और टीईटी दोनों पात्रता परीक्षाओं की वैधता को आजीवन करने की बात की जा रही है और जहां तक उम्मीद है,इस लागू भी किया जा सकता है। जैसा कि हमने आपको पहले भी बता दिया कि सीटेट परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थी की योग्यता 7 वर्ष की थी जबकि टीईटी परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी की योग्यता 5 वर्ष की थी। अब इन दोनों को बढ़ाकर आजीवन किया का सकता है। इसमें सीटेट की वैधता का बढ़न लगभग तय है। किन्तु अभी टी ई टी परीक्षा कि वैधता को लेकर अभी असमंजस की स्तिथि बनी हुई है।
सीटेट और टीईटी परीक्षा में पूर्व में पास अभ्यर्थियों की भी वैधता बढ़ाने पर किया जा रहा विचार
जैसा कि हमने आपको पहले ही बता दिया की सीटेट और टीईटी परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों की बढ़ता अवधि को 7 वर्ष या 5 वर्ष से विलोपित करके अब इसे आजीवन करने पर राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने प्रस्ताव तो रखा ही है तथापि उन अभ्यर्थियों कि वैधता बढ़ाने पर विचार कर रही है। जिन अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा को पूरा में ही उत्तीर्ण कर लिया हो। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद एनसीटीई आगे विधीक राय लेकर कार्य करेगी। जहां तक उम्मीद कि जाती है इसे जल्द ही लागू किया जाएगा।