बिहार : यूट्यूब पर सबसे प्रसिद्ध शिक्षकों में से एक खान सर पर बिहार की राजधानी पटना के पत्रकारनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया है। खान सर पर छात्रों द्वारा हिंसा भड़काने का आरोप है। खान सर के साथ – साथ 400 अज्ञात लोगों पर भी एफआईआर दर्ज कराया गया है।
आरआरबी एनटीपीसी: क्या है पूरा मामला यहां समझे
आज से ठीक तीन साल पहले 2019 में रेलवे बोर्ड ने एनटीपीसी की 35270 पदों की वेकेंसी आई थी। जिसके बाद 1 करोड़ 10 लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। जिसके बाद बोर्ड को परीक्षा कराने में विलम्ब होने लगा। ऐसे में उसके बाद देश भर में कोरोना महामारी पूरी तरह से फैलने लगा। जिसके चलते भारत सरकार ने मार्च 2020 में पूरे देश भर में लॉकडाउन लगा दिया। जब धीरे – धीरे स्थिति सामान्य होने लगी। तब अभ्यर्थियों ट्विटर पर रेलवे बोर्ड को परीक्षा कराने के लिए ट्वीट किया। जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने मामले को देखते हुए। एनटीपीसी परीक्षा कराने का निर्णय लिया।
एनटीपीसी परीक्षा के पहले फेज का आयोजन पूरे देश में किया गया। एनटीपीसी के पहले फेज की परीक्षा पूरी हो पाती इससे पहले ही देश को कोरोना की दूसरी लहर का सामना करना पड़ा। दूसरी लहर के बाद एनटीपीसी सीबीटी 1 की शेष परीक्षाओं को कराने का निर्णय लिया गया और परीक्षाएं पूर्ण हुई। जिसके बाद बोर्ड ने आंसर की भी अगस्त 2021 तक जारी कर दिया।
उसके बाद से अभ्यर्थी एनटीपीसी सीबीटी 1 के रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे। अभ्यर्थियों को रिजल्ट के लिए भी एक बाद सोशल मीडिया पर अभियान चलाना पड़ा,आखिरकार रेलवे बोर्ड ने 15 जनवरी को परिणाम जारी करने की घोषणा किया।
तय समय पर परिणाम जारी कर दिए गए,जिसके बाद अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में देखा की,एक ही अभ्यर्थी को कई पदों के लिए चुना गया,जिसके चलते भारी संख्या में अभ्यर्थी दूसरे फेज की परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्टेड नहीं किए जा सके।
रेलवे बोर्ड ने अधिसूचना जारी करते हुए यह कहा था,की सीबीटी एक की परीक्षा के बाद भर्ती से 20 गुना अभ्यर्थियों को दूसरे चरण की परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। जबकि बोर्ड ने एक हो अभ्यर्थियों को कई पदों के लिए शार्टलिस्ट करके 20 गुना की संख्या को पूरा कर दिया। जिसके बाद से छात्रों में आक्रोश है,इस प्रकरण पर खान सर समेत कई यूट्यूब शिक्षकों ने सरकार के इस प्रणाली का विरोध किया। जिसके बाद से छात्र देश भर में कई जगह पर विरोध करते हुए नजर आ रहे है।
इसी बीच बिहार के गया में उग्र छात्रों ने रेल की दो बोगी जला डाली। हिंसक छात्रों के इस प्रदर्शन के बाद बोर्ड ने मामले को सुलझाने को बात कही। रेल मंत्री ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके सबको जानकारी दिया। रेल मंत्री ने कहा की,छात्र 16 फरवरी तक अपनी शिकायते रेलवे बोर्ड को ईमेल या पत्र द्वारा भेज सकते है,जिसके बाद बोर्ड को कमेटियां 4 मार्च 2022 तक इस मामले की सुलझाएगी।
अब ऐसे में छात्रों द्वारा किए गए विद्रोह तथापि हिसंक प्रदर्शन को भड़काने के आरोप खान सर पर लगा है। जिसके तहत उन पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। खान सर के अतिरिक्त 400 अज्ञात लोगों के विरुद्ध भी पटना में एफआईआर दर्ज कराया गया है।