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पंचायत चुनाव से पहले गोरखपुर जिले के असिलाभार गांव में सत्ता बचाने के लिए मतदाता सूची में हुई धांधली,190 मतदाताओं को मृतक और विवाहिता दिखाकर नाम हटाने की कोशिश

असिलाभार गांव

पंचायत चुनाव से पहले गोरखपुर जिले के असिलाभार गांव में सत्ता बचाने के लिए मतदाता सूची में हुई धांधली,190 मतदाताओं को मृतक और विवाहिता दिखाकर नाम हटाने की कोशिश,उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी पंचायत चुनाव से पहले गोरखपुर जिले के असिलाभार नाम के गांव में निवर्तमान प्रधान और बी एल ओ कि मिलीभगत से 190 मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से बाहर करने का असफल प्रयास किया गया। इस दौरान वहां के जीवित मतदाताओं को मृतक अथवा अविवाहित लड़कियों को विवाहिता सिद्ध करके वोटर लिस्ट से बाहर करने की पूरी कोशिश की गई।

सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध

विलोपन सुची को जमा करने के एक दिन बाद जब इस बात की सूचना इस पंचायत चुनाव के भावी प्रत्याशी आनिलेश त्रिपाठी तक पहुंची तो उन्होंने बीएलओ गयानाथ को बुलाया और उनसे इस बात की पुष्टि हेतु विलोपन सूची की छाया प्रति मांगी। बी एल ओ ने किसी भी प्रकार के विलोपन होने से पल्ला झाड़ लिया,लेकिन लगातार विरोध होने पर बीएलओ ने निवर्तमान प्रधान के घर से 190 की विलोपन सूची में से केवल 45 की छाया प्रति उपलाध कराई,जिसमे से 15 जीवित मतदाता मृतक और 11 अविवाहित लड़कियां विवाहिता निकली एवम 8 ऐसे मतदाता जिनका नाम सूची में एक ही बार आया था,उनका नाम दो बार होने के कारण,मतदाता सूची से विलोपित किए जाने की मांग की गई। इस पर ग्रामीण अत्यंत क्रोधित हुए और तहसील में जाकर जोरदार विरोध किया। जिसके बाद तहसीलदार ने उस विलोपन सूची को खारिज करने के दिशा – निर्देश दिए।

पूरी सूची मिलने पर ग्रामीणों ने किया जबरदस्त हंगामा

अगले दिन जब पूरी सूची ग्रामीणों को मिली तब निवर्तमान प्रधान के खिलाफ हंगामा और विरोध और बढ़ गया,190 मतदाताओं को मतदाता सूची से बाहर किए जाने सूची में ज्यादातर जीवित मतदाताओं को मृतक सिद्ध किया गया था। जिसमे भावी प्रत्याशी अनिलेश तिवारी के घर के मतदाता सतीश और स्वेता का नाम तथापि श्रीराम यादव के पुत्र समेत कमलेश बेलदार और राजू बेलदार का परिवार सहित नाम विलोपित किए जाने की मांग की गई थी। इसके अतिरिक्त तमाम ग्रामीण जो जीवित होते हुए भी मृत घोषित कर दिए गए। इसकी सूचना जब एसडीएम महोदया के पास पहुंची तब उन्होंने लेखपाल, पर्यवेक्षक और बी एल ओ का वेतन तत्काल रोक लगा दिया और उन्हें गांव में जाकर फिर से निरीक्षण करने और ग्रामीणों की मदद से मतदाता सूची को सुधारने का दिशा – निर्देश दिए।

ग्रामीणों की सहायता से मतदाता सूची में कि गई धांधली को सही कराया गया।

ग्रामीणों और गांव के कुछ प्रबुद्ध जनो की मदद से लेखपाल,पर्यवेक्षक और बी एल ओ ने मतदाता सूची को दुरुस्त किया और उचित नामों का विलोपन किया गया। इस सभी घटनाओं में सक्रिय रूप से ग्रामीणों ने तो भूमिका निभाई ही, लेकिन पंचायत चुनाव के भावी प्रत्याशी अनिलेश त्रिपाठी,श्रीराम यादव,कमलेश त्रिपाठी, चंद्रशेखर चंद उर्फ सोनू ,सतीश त्रिपाठी, गयासुद्दीन अंसारी, कमलेश बेलदार, राकेश कुमार,गुड्डू प्रसाद,विनोद,बहादुर,शिवानंद,केशव प्रसाद,धीरेन्द्र बेलदार,विवेक चंद,देवेंद्र यादव, असलम खान, कलामुद्दिन,समीर,संगम आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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