- गोरखपुर जिले के ग्राम गौरखास में समय पर राशन नहीं देने पर कोटेदार के खिलाफ किया हंगामा ,जांच शुरू
- उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के गोला तहसील के ग्राम गौरखास में कोटेदार द्वारा समय पर राशन नहीं देने पर ग्रामीणों ने कोटेदार की खिलाफ एसडीएम से की शिकायत जांच में ग्रामीणों ने कोटेदार का विरोध किया।
सरकार जनता के को लाभ पहुंचाने के लिए तरह तरह के योजनाएं लती रहती है। ऐसे में ही खाद्यान्न विपणन भी एक बहुत पुरानी योजना है। जिससे सरकार किसानों से अनाज खरीद कर गरीब जनता में न्यूनतम दामों पर बेचती है लेकिन दुख तब होता है जब योजना का लाभ उचित लाभार्थी को नहीं हो पाता है। ऐसा ही एक मामला गोरखपुर जिले के गोला तहसील के विकास खंड गगहा के ग्राम सभा गौर खास का मामला सामने आया है। जहां पर कोटेदार राशन देने में मनमानी करता और कई लाभार्थियों को राशन देने में आनाकानी करता है।
क्या है? पूरा मामला
जैसा कि हम बता चुके है। यह मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के गोला तहसील के विकास खंड गगहा के ग्राम सभा गौर खास का मामला है। जहां के कोटेदार कुंवर सिंह किसी जुर्म के मुल्जिम होने के नाते ग्राम गौर खास के राशन डीलर गौर खास के पास में स्थित ग्राम सभा नारायणपुर के कोटेदार श्री सुभाष तिवारी के हाथों में चला गया। जिसके बाद से सुभाष तिवारी ग्राम गौर खास में राशन वितरण पूर्व कोटेदार कुंवर सिंह के पिता श्री भार्गव सिंह की सहायता से किया करते थे। ग्रामीणों ने कोटेदार पर यह आरोप लगाया है कि वह राशन वितरण ग्राम सभा में 1 से 2 दिन ही करते है।ऐसे में समस्त लाभार्थी अपना राशन नहीं ले पाते थे। पिछले महीने श्री ललसा सिंह को पी आे एस मशीन में अंगूठा लगाने के लिए आनाकानी पूर्व कोटेदार के पिता द्वारा किया जाता था। पूर्व कोटेदार के पिता द्वारा इस तरह व्यवहार से ललसा सिंह अत्यंत नाराज थे हद तो तब हो गई जब राशन लेने पहुंचे ललसा सिंह को पूरे कोटेदार के पिता द्वारा गाली दिया गया और उन्हें अपमानित कर के उन्हें वापस लौटा दिया गया। अपमानित ललसा सिंह अपनी शिकायत लेकर उप जिलाधिकारी के पास पहुंचे। जिसके बाद उपजिलाधिकारी ने तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच के लिए गगहा तहसील के सहायक विकास अधिकारी पंचायत और ग्राम सभा गौर खास में नियुक्त ग्राम विकास अधिकारी पहुंचे। जांच के लिए पहुंचे अधिकारियों ने ग्राम सभा में बैठक रखी जिसके बाद ग्रामीणों ने कोटेदार पर कई प्रकार के आरोप प्रत्यारोप लगाएं। जिसके बाद अधिकारियों ने दो दिन की बैठक को रद्द कर दिया। ग्रामीणों का कहना की कोटेदार ग्राम पंचायत गौर खास का होना चाहिए। इसलिए वह अधिकारियों से यह अपील करती है कि ग्राम पंचायत गौर खास में कोटेदार का चुनाव हो और ग्राम पंचायत गौर खास का निवासी ही हमारे गांव का कोटेदार हो। आपको बता दे की ग्राम पंचायत गौर खास में दो ग्राम सभाएं पड़ती है। एक ग्राम सभा गौर खास और मठ दुर्वासा है।
लगे हाथ प्रधान कि भी जांच करा लो भाई गांव में ना कोई नली बनी ना सड़क बना ना आवास बना ना सोलर लाइट लगी लेकिन भरपूर सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर के अपना घर और गोरखपुर में जमीन जरूर कर लिया जो काम हुआ है उसमे भी 100 रुपए के बिल कि जगह 700 बिल लगाया गया है जहां आज अभी तक ना सड़क है ना नली वहा सड़क और नली दिखाई गई है गांव के में रोए मुख्य मार्ग पर क्या गर्मी क्या बरसात हर मौसम में पानी लगा रहता है ।।।गांव का पश्चिम खलिहान 6 महीना तालाब बना रहता है इसकी जांच भी करा लो