हाई कोर्ट के फैसले के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के अंतिम आरक्षण सूची और चुनाव की तारीखों का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। 2 मार्च को जारी आरक्षण सूची से कई प्रत्याशी चुनाव मैदान से हट गए थे,लेकिन अब आरक्षण सूची पर रोक लगाने और नई आरक्षण सूची बनने के कारण फिर क्षेत्र में नजर आने लगे है,हालांकि संशोधित आरक्षण सूची को हाई कोर्ट ने 27 मार्च को जारी करने का आदेश दिया है,किंतू सबके दिमाग में यह बात घर कर गया है,की पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कब होगा। सूत्रों के हवाले से खबर आई है,की उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों की तारीखों का ऐलान 30 मार्च से 31 मार्च तक कर दिया जाएगा। कल राज्य निर्वाचन आयुक्त वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों एवम एसएसपी से वार्ता करेंगे। हमे सूत्रों से पता चला है,की कल दोपहर 1 बजे से योजना भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पंचायत चुनाव पर चर्चा शुरू की जाएगी। जिसमें राज्य निर्वाचन आयुक्त सभी जिलाधिकारियों एवम एसएसपी से चुनावी तैयारियों एवम सुरक्षा इंतजाम का हाल जानेंगे।
चार चरणों में हो सकते है यूपी पंचायत चुनाव
सूत्रों के हवाले से ऐसी खबरें भी आ रही है,की उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव को 4 चरणों में संपन्न करा लिया जाएगा। एक जिले के सभी विकासखंडों में एक साथ चुनाव होंगे,अर्थात पूरे जिले का चुनाव एक ही दिन में संपन्न कराया जाएगा। वहीं एक मंडल के एक जिले का ही एक चरण में मतदान होगा,यदि किसी मंडल में 4 से अधिक जिले है,तो किसी चरण में 2 जिलों का चुनाव कराया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा – निर्देशानुसार पोलिंग पार्टी में महिला मतदान कर्मिक की अनिवार्यता नहीं रखा गया है। जबकि यह कहा गया है,की पोलिंग पार्टी में पीठासीन अधिकारी के अतिरिक्त 3 मतदान कर्मी नियुक्त किए जाएंगे। बूथों पर तीन की जगह केवल 2 मतपेटी ही रखी जाएगी। सभी मतपत्रों को एक ही मतपेटी में रखा जाएगा अर्थात जिला पंचायत सदस्य,क्षेत्र पंचायत सदस्य,ग्राम पंचायत प्रधान,ग्राम पंचायत सदस्य के मतपत्रों को एक साथ एक ही मतपेटी में रखा जाएगा।