Hastinapur Vidhansabha : हस्तिनापुर विधानसभा उत्तर प्रदेश के चर्चित विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। इस बार हस्तिनापुर विधानसभा और अधिक चर्चा में है। वह इसीलिए क्योंकि इस बार हस्तिनापुर से अभिनेत्री और मॉडल अर्चना गौतम चुनाव मैदान में है। अर्चना गौतम कांग्रेस की प्रत्याशी है।
आपको बता दें हस्तिनापुर विधानसभा से 2017 में बीजेपी के दिनेश खटीक चुनाव जीत के आए थे। इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने दिनेश खटीक को ही मैदान में उतारा है। इस विधानसभा से तीसरे चर्चित उम्मीदवार समाजवादी पार्टी से योगेश वर्मा है। योगेश वर्मा हस्तिनापुर सीट से ही 2007 में बीएसपी से विधायक रहे है।
हस्तिनापुर से एआईएमआईएम ने विनोद जाटव जी को मैदान में उतारा है। यह चारो प्रत्याशी एक से बढ़कर एक है,लेकिन सभी प्रत्याशी अपने आपको सबसे बड़ा बता रहे है। अर्चना गौतम से लेकर दिनेश खटीक और योगेश वर्मा सभी 10 मार्च को विजयी होने का दावा कर रहे है।
हस्तिनापुर विधानसभा मुस्लिम और गुर्जर जातियों का बाहुल्य क्षेत्र है। इस विधानसभा में 3 लाख से भी ज्यादा संख्या में वोटर है।
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अब बात आती है इस विधानसभा के सर्वे की,यहां की जनता किसे विजय तिलक लगाने की तैयारी कर रही है। हमारी पड़ताल के अनुसार इस विधानसभा की लड़ाई बेहद जबरदस्त होने वाली है। इस विधानसभा के मौजूदा विधायक दिनेश खटीक से लेकर अर्चना गौतम और योगेश वर्मा सभी लड़ाई में है,तो वहीं विनोद जाटव भी कहीं न कहीं मुस्लिम और गुर्जर वोटों को साध रहे है।
बॉलीवुड अभिनेत्री अर्चना गौतम कांग्रेस की उम्मीदवार है, यूपी में कांग्रेस का वर्चस्व बहुत कम है,इसके बाद भी अर्चना गौतम अपने दम पर इस विधानसभा में जीत की दावेदारी ठोक रही है। अर्चना ने इस क्षेत्र के सभी वर्ग के लोगों के दिमाग में अपनी जगह बनाई है। इस क्षेत्र के युवा वर्ग अर्चना से ज्यादा प्रभावित है। अर्चना गांव – गांव, गली – गली जाकर हाथ के पंजे के लिए वोट मांगने जा रही है। अर्चना डोर टू डोर कैंपेन के जरिए,महिला वोटरों को लुभाने की पूरी कोशिश कर रही है।
वहीं मौजूदा विधायक दिनेश खटीक भारतीय जनता पार्टी के विकास कार्यों को गिनाने में लगे हुए है और पिछले पांच वर्षों के कार्यों के आधार पर हस्तिनापुर की जनता से वोट मांगते हुए दिख रहे है। कुछ लोग दिनेश खटीक से असंतुष्ट जरूर है लेकिन दिनेश को हल्का आंकना पूरी तरह से गलत होगा। दिनेश खटीक चुनावी लड़ाई में पूरी तरह से बने हुए है।
योगेश वर्मा जो समाजवादी पार्टी और आरएलडी के गठबंधन के प्रत्याशी है। यह भी हस्तिनापुर विधानसभा से जीत का दावा कर रहे है। जबकि योगेश वर्मा का मानना है,की उनकी लड़ाई बीजेपी प्रत्याशी से है। वह अर्चना गौतम को लड़ाई से बाहर मान रहे है लेकिन हमारी पड़ताल में ऐसा बिल्कुल नहीं दिख रहा है। योगेश के पास भी भरी मात्रा में समर्थन है और वह लड़ाई में भी है।
बाकी प्रत्याशी चुनाव तो लड़ रहे है,लेकिन जनता के बीच केवल इन्हीं तीन प्रत्याशियों की चर्चा हो रही है। एआईएमआईएम और बसपा के प्रत्याशी केवल वोट कटवा के रूप में ही दिखाई दे रहे है। हमारी पूरी पड़ताल के अनुसार इस विधानसभा में लड़ाई पूरी तरह से त्रिकोणीय है,जिसमे किसी को भी बड़ा या छोटा मानना तीनों प्रत्याशियों के लिए भूल साबित हो सकती है।
हमारे चुनावी सर्वे के अनुसार अर्चना गौतम सबसे बड़ी उम्मीदवार साबित हो रही है,लेकिन दिनेश खटीक और योगेश वर्मा दोनो उनसे ज्यादा पीछे नही है। ज्यादातर युवा मानते है,वैसे तो हस्तिनापुर पहले से ही चर्चित विधानसभा है,लेकिन इस बार अर्चना गौतम के चुनाव लडने से यह विधानसभा और भी चर्चित हो गया। अर्चना गौतम को कांग्रेस के अभियान लड़की हूं लड़ सकती हूं,का भी फायदा मिल सकता है। इस विधानसभा में मतदान 10 फरवरी 2022 को पहले चरण में ही किया जाएगा।