फिल्म बियोंड ऑफ़ क्लाउड में काम करने वाली अभिनेत्री कौशिकी मिश्रा कहती है कि ” बिना किसी लक्ष्य को बनाए आप कभी भी सफलता नहीं पा सकते है” आइए पढ़ते है इनसे बातचीत के संपादित अंश
कौन है?कौशिकी मिश्रा
कौशिकी मिश्रा एक अभिनेत्री है,जो उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर की रहने वाली है। इनके पिता का नाम श्री अशोक कुमार मिश्रा है तथा इनकी माता का नाम श्रीमती किरण मिश्रा है। इन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत थियेटर से कि थी। इनके अभिनय की शुरुआत शाहजहांपुर के श्री जरीफ मलिक आनंद की देख रेख में हुआ। श्री जरीफ मलिक आनंद ने ही अभिनय की सभी बारीकियां कौशिकी को सीखाई। इसके बाद इन्होंने भारतेन्दु नाट्य अकादेमी से नाट्य में डिप्लोमा किया। इन्होंने एसआरएफटी कोलकाता से भी ट्रेनिंग लिया। कौशिकी मिश्रा ने अपनी ट्रेनिंग कंप्लीट करने के बाद मुंबई की ओर रुख किया। इसके बाद इन्होंने कई शॉर्ट फिल्म्स,धारावाहिक,एपीसोडिक शोज किए ,जिसमें से इन्होंने फिल्म द जॉब,चूतिया,एकाएक इन्होंने स्वच्छ भारत अभियान पर बनी शॉर्ट फिल्म में भी काम किया है तथा इनकी आने वाली शॉर्ट फिल्म मन के पाहुन तथा फीस है। कौशिकी ने फीचर फिल्म बियोंड ऑफ़ क्लाउड में काम किया है,जिसके निर्देशक माजिद मजीदी जी है, जो एक ऑस्कर विजेता निर्देशक है। इन्होंने धारावाहिक यारो का टशन,नीली छतरी वाले तथा मंदा हर युग में काम किया है। कौशिकी मिश्रा एक बड़ी एवम प्रतिष्ठित अभिनेत्री बनना चाहती है।
आपने अपने कैरियर के लिए अभिनय को ही क्यों चुना?
मैंने एक्टिंग इसलिए चुना क्योंकि मेरा बचपन से ही सपना था,की मैं एक पुलिस ऑफिसर बनू। जबकि मेरे घरवाले और मेरे ननिहाल में ज्यादातर लोग बैंक में काम करते है और वह सभी इसीलिए चाहते थे कि मैं भी बैंक में ही जॉब करूं,लेकिन मुझे पुलिस में जाना था। इस तरह से दोनों के बीच तालमेल ठीक से नहीं बैठ पा रहा था कि मैं बैंक में जॉब करूं या फिर पुलिस ऑफिसर बनुं। बाद में मैंने कुछ अलग करने का मन बना लिया और मैं एक्टिंग के फील्ड में आ गई। मैं एक्टिंग में एक पुलिस ऑफिसर भी बन सकती थी, मैं बैंकर भी बन सकती थी या फिर डॉक्टर या इंजीनियर भी बन सकती थी मै इन सब का कैरेक्टर कर सकती थी। इस तरह मैं एक्टिंग के फील्ड में आ गई।
आप आगे कहां काम करना चाहती है?
मेरा सपना फिल्मों मै काम करने का है,लेकिन मैं फिल्मों के साथ – साथ वेब सीरीज में भी काम करना चाहूंगी। अगर मुझे कोई अच्छे कांसेप्ट पर कोई अच्छा रोल मिलता है,तो मैं टीवी सीरियल में भी काम करना चाहती हूं।
आपको अब तक अपने काम के प्रति कैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा?
मुझे बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। मैं एक ब्राह्मण फैमिली से संबंधित हूं और यूपी के अंदर ब्राह्मण फैमिली की लड़कियों को एक्टिंग या फिर नाच गाने वाले काम को लेकर आज़ादी नहीं मिलती है। मैं किसी और जगह की बात नहीं कर रही हूं और जगहों पर शायद ऐसा ना होता हो, लेकिन मैंने इस रूढ़िवादी सोच को तोड़ा और मै इस फील्ड में आ गई। दूसरी समस्या मेरे लिए मुंबई में काम को लेकर रही है,क्योंकि हमारा इस इंडस्ट्री में कोई गॉड फादर नहीं है,कोई पहचान नहीं है। इसलिए हमे अपने रास्ते खुद तय करने होंगे। जो भी करना है वह हमे खुद अपने टैलेंट के दाम पर करना होगा।
COVID-19 का आपके कैरियर पर क्या असर पड़ा?
इस महामारी के कारण हमारा काम बंद हो गया और हमे घर बैठना पड़ा। इस कारण से हमारे कैरियर पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ा। इस महामारी ने हमे एकदम रोक दिया। जब शूटिंग शुरू भी हुई तो हम इस वजह से नहीं काम कर पाए की हम सेट पर पहले की तरह उस आज़ादी और सैफ्टी के साथ काम नहीं कर सकते। इसी कारण जो काम मिले भी वह हमने नहीं किया और अभी भी मैं घर पर ही हूं।
आपका रोल मॉडल कौन है?
मेरी रोल मॉडल तब्बू है,जिनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। मेरी रोल मॉडल स्मिता पाटिल भी है,में हमेशा से इनके जैसा काम करना चाहती हूं। मेरे रोल मॉडल पंकज त्रिपाठी जी भी है,पंकज त्रिपाठी जी को मैं इसलिए रोल मॉडल मानती हूं क्योंकि वह हमारे जैसे फैमिली से संबंधित है वह गांव से निकलकर अपने टैलेंट के दम पर यदि इतना कुछ पा सकते है,तो हम क्यों नहीं? इसीलिए मैं पंकज त्रिपाठी जी को अपना रोल मॉडल मानती हूं। मेरे तीनो ही रोल मॉडल से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
आपके परिवार के आपके काम के प्रति कैसा सपोर्ट रहा?
मेरे परिवार का बहुत ज्यादा सपोर्ट रहा है और आगे भी रहेगा। एक टाइम पर मेरे पापा और दादी इस बात से सहमत नहीं थे कि में एक अभिनेत्री बनूं,लेकिन जब मैंने ज़िद थन लिया की मैं एक्टिंग के अलावा और कुछ नहीं कर सकती हूं। तब धीरे – धीरे वह भी एग्री हो गए। जब तक आपके परिवार का सपोर्ट आपको नहीं रहेगा। तब तक आप कुछ नहीं कर सकते।