Team India: भारत(Team India) और पाकिस्तान के बीच किसी भी टूर्नामेंट का मुकाबला हो,दोनो ही टीमें अपने फुल स्ट्रेंथ के साथ मैदान पर उतरती है। इस साल एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच दो भिडंत हो चुकी है। पहली भिड़ंत एशिया कप के ग्रुप स्टेज में जहां पाकिस्तान ने पांच विकेट से अपना मुकाबला गंवाया था। वहीं सुपर फोर में भारत ने पाकिस्तान से 5 विकेट से मुकाबला गवां दिया।
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सुपर फोर के मैच हारने की कई वजहें रही। जिसमे से एक वजह अर्शदीप सिंह का बिश्नोई की गेंद पर आसिफ अली का आसान सा कैच छोड़ना भी शामिल है। जिसके बाद से अर्शदीप सिंह को बहुत आलोचनाएं झेलनी पड़ रही है।
मैच के तुरंत बाद विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए। विराट कोहली से जब अर्शदीप सिंह के कैच छोड़ने को लेकर प्रश्न किया गया तो विराट कोहली ने अर्शदीप सिंह का पूर्णतः बचाव किया। विराट कोहली ने बताया जब उन्होंने इंडिया(Team India) के लिए खेलना शुरु किया था, उसके एक साल बाद 2009 के चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप स्टेज के मैच में आमना – सामना हुआ था। उस दौरान विराट कोहली ने गलत शॉट खेला और वह आउट हो गए। विराट बताते है,की उस शॉट के बाद उन्हें लगा की अब दोबारा भारतीय टीम के लिए नहीं खेल पाएंगे लेकिन उस दौरान सीनियर प्लेयर ने उनकी खूब मदद की।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2009 के मौके पर जब इंडिया (Team India) और पाकिस्तान के बीच भिड़ंत हुई थी तो वो तारीख 26 सितंबर 2009 की थी। जगह सुपरस्पोर्ट पार्क,सेंचुरियन का मैदान था। दक्षिण अफ्रीका में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में भारत की शुरुआत पाकिस्तान के मुकाबले के साथ होनी थी। पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान यूनिस खान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय किया। पाकिस्तान ने निर्धारित 50 ओवरों में शोएब मलिक के 128 रनों की शानदार पारी की बदौलत 302 रनों का आंकड़ा छू लिया। शोएब मलिक के अतिरिक्त मोहम्मद यूसुफ ने भी 87 रनों की शानदार पारी खेली थी।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की तरफ से सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर क्रीज पर आए। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इस मुकाबले में कुछ खास नहीं कर सके और 8 रन के निजी स्कोर और 23 रन के टीम स्कोर पर अपना विकेट गंवा दिया। सचिन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने राहुल द्रविड़ आए। राहुल द्रविड़ ने गंभीर के साथ पारी को संभालने का प्रयास किया और कुछ हद तक दोनो कामयाब भी रहे,गंभीर अर्धशतक लगाकर 57 रनों पर खेल रहे थे। इसी बीच गंभीर ने 90 के टीम स्कोर पर अपना विकेट रन आउट के रूप में गंवा दिया। गंभीर के बाद बल्लेबाजी के लिए युवा बल्लेबाज विराट कोहली आए जिन्होंने एक साल पहले ही भारतीय टीम के लिए खेलना शुरू किया था। विराट कोहली ने द्रविड़ के साथ विकेट पर टिकने का प्रयास किया और 36 रनों की पार्टनरशिप भी निभाई लेकिन गलत शॉट खेलकर अपना विकेट गवां दिया। विराट के आउट होने के बाद एक के बाद एक विकेट भारतीय टीम ने आसानी से गंवा दिए,दूसरी तरफ सेट बैट्समैन द्रविड़ ने भी अपना विकेट रन आउट के रूप में गंवा दिया।
303 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने महज 248 रन के स्कोर पर आल आउट हो गई। मैच में विराट के अतिरिक्त धोनी,रैना,यूसुफ पठान जैसे बल्लेबाजों ने भी खराब प्रदर्शन किया। मास्टर ब्लास्टर सचिन ने भी इस मुकाबले में रन नही बनाए।
इसके बावजूद विराट अपनी बल्लेबाजी को लेकर चिंतित हुए थे लेकिन इस मैच के बाद भी जब कप्तान धोनी और टीम मैनेजमेंट ने विराट पर भरोसा जताया तो फिर विराट ने टीम को निराश नहीं किया। विराट ने अपने ओडीआई कैरियर का बेस्ट स्कोर 2012 एशिया कप के दौरान ही पाकिस्तान के खिलाफ ही बनाया था। तब विराट ने 326 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम को 183 रनों की बड़ी पारी खेलकर मैच जिताया था। यह मुकाबला सचिन तेंदुलेकर का अंतिम एकदिवसीय मुकाबला भी साबित हुआ।
विराट कोहली ने लगातार पाकिस्तान के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 2011 विश्व कप के दौरान भी विराट पाकिस्तान के खिलाफ थोड़े फीके साबित हुए थे लेकिन उसके बाद विराट कोहली ने शानदार प्रदर्शन किया है।