प्रतिज्ञा 2 16 मार्च के एपिसोड 2 की पूरी कहानी का लिखित सारांश, जाने एपिसोड 2 की पूरी कहानी
यदि आप किसी कारण से प्रतिज्ञा 2 का कल 16 मार्च का एपिसोड नहीं देख पाए है,तो आप पूरी कहानी यहां पर पढ़कर जान सकते है,तो आइए पढ़ते है प्रतिज्ञा 2 के एपिसोड 2 की पूरी कहानी का सारांश
प्रतिज्ञा 2 एपिसोड 2 का पूरा सारांश
मन की आवाज़ प्रतिज्ञा 2 के 16 मार्च के एपिसोड 2 की शुरुआत होती है,यश और उसके भाई अपने आंखों से दुर्घटना देखकर डर जाते है,दोनों भाइयों में फैसला होता है, कि कोई भी इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताएगा। कुछ देर बाद गर्व गाड़ी से निकलता है और बाहर देखता है। गर्व सामने हुई दुर्घटना का दृश्य देखकर डर जाता है और उसी जगह वह ग्लास छोड़ देता है।
अगले दृश्य में कोमल यश और इसके भाई से कृष्णा के बेटे गर्व के बारे में पूछती है,की तुम लोग अपने भाई के साथ क्यों नहीं खेलते,जबकि वह कोई और नहीं तुम्हारा अपना भाई ही लगता है। कोमल को यश बुरी तरह से जवाब देता है। जिसपर सज्जन सिंह उसे डांटते है,और अपनी बड़ी बहू यानी शक्ति की पत्नी को उसके बच्चो के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए कहते है।
कुछ देर बाद गर्व अपने पिता कृष्णा के पास आता है,और पूरी कहानी अपने पिता को सुनाता है,की लूका छिपी खेलते हुए वह एक कार में बैठ जाता है, कार चालू हो जाती है, फिर आगे जाकर एक लड़के को मर देती है। कृष्णा गर्व को चुप करने की कोशिश करता है। वह छुपकर दुर्घटना स्थल के पास जाने की कोशिश करता है,किंतू तब तक वहां पर पुलिस और अस्पताल वाले पहुंच गए होते है। कृष्णा वहीं छुप जाता है। पुलिस घटना स्थल पर अपनी छान बिन कर रही होती है। कृष्णा प्रतिज्ञा से बात करने की कोशिश करता है,किंतू प्रतिज्ञा किसी मीटिंग की वजह से फोन नहीं उठा पाती है। एम्बुलेंस को जाते हुए देखकर अस्पताल का नाम देख लेता है।
इस सभी घटनाओं के कारण गर्व बहुत डर जाता है। कृष्णा अपने बेटे को समझाता है। कृष्णा घटने के बारे में पूरी जानकारी लेने के लिए अस्पताल पहुंच जाता है। जहां उसे पता चलता है,की हरियाणा के बलवंत नाम कल एक दबंग आदमी के इकलौते बेटे की मृत्यु हो गई,और उसका पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। एक पुलिस कर्मी कृष्णा को बताता है,की यह अपने बेटे की मौत को हक़ीक़त जानने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
अगले दिन अखबार पढ़कर शक्ति समेत सभी लोग जान जाते है,इस घटना के बारे में। शक्ति सबको बताता है,की बलवंत बहुत बुरा आदमी है,अपने इकलौते बेटे के हत्यारे को छोड़ेगा नहीं। दूसरी तरफ एक कमरे में कृष्णा अपने बेटे गर्व को समझाता हुआ नजर आता है,की उसे कुछ नहीं होगा। बस उसे इस बात को किसी से नहीं बताना है। तभी वहां पर गर्व की मां प्रतिज्ञा आ जाती है और कहती है कि कृष्णा तुम इसे क्या छुपाने को बात कर रहे हो।