प्रतिज्ञा 2: आज के एपिसोड की शुरुआत होती है,जब प्रतिज्ञा गर्व के फिंगरप्रिंट लेने के लिए उसे बाहर ले जा रही होती है,तभी सज्जन सिंह उस पर बंदूक तान कर उसे रोकने की कोशिश करते है। प्रतिज्ञा सज्जन सिंह के इस व्यवहार पर बहुत दुखी होती है,और सज्जन सिंह को ऐसा करने का कारण पूछती है। तभी शक्ति सिंह पीछे से आता है,और वह प्रतिज्ञा को बता देता है, की गर्व ने ही बलवंत त्यागी के बेटे को कार से ठोक दिया था। इस पर प्रतिज्ञा एक दम चौंक जाती है,वह कृष्णा के बीते दिनों में बदले हुए व्यवहार के बारे में सोचने लगती है। उसके बाद वह कृष्णा से प्रश्न करती है,की उसे गर्व की इस जानकारी को क्यों नहीं बताया गया? सभी मौन रहते है,सब से प्रतिज्ञा पूछने लगती है,कोई कुछ नही बोलता है।
थोड़ी देर बाद कोमल प्रतिज्ञा को कहने लगती है,की तुम्हे इसलिए नहीं बताया गया,क्योंकि यदि तुम यह सब जान जाती तो तुम सच्चाई और कानून के आगे किसी और की नही सुनती,इसीलिए तुम्हे इस सच्चाई से दूर रखा गया है। प्रतिज्ञा रोने लगती है,और सबसे नाराजगी व्यक्त करती है।
प्रतिज्ञा कृष्णा से फिर से यह सब उसे क्यों नहीं बताया गया,पूछने लगती है। प्रतिज्ञा को सज्जन सिंह इस केस को छोड़ने का आदेश देते है। प्रतिज्ञा बलवंत त्यागी के केस के छोड़ने से मना कर देती है। प्रतिज्ञा सबको बताती है,की गर्व को कुछ नही होता। हम इसे बचा सकते है,हम कोर्ट में साबित कर सकते थे,की यह एक एक्सीडेंट था और हम आज भी यह साबित कर सकते है।
सज्जन सिंह ऐसा कुछ करने से मना कर देते है,और बलवंत त्यागी के बेटे के इस केस को छोड़ने का आदेश सुनाते है। सज्जन सिंह प्रतिज्ञा को बताते है,की बलवंत त्यागी कानून को नहीं मानता है,और उसे कानून के हिसाब से नही मनाया जा सकता है। इस केस को तुम छोड़ दो,और बाकी हम अपने हिसाब से सब संभाल लेंगे।
प्रतिज्ञा किसी भी तरह से नहीं मानती है,और सभी परिवार वालों तथा कृष्णा को सबूत मिटाने और कानून के साथ खिलवाड़ करने पर डांटती है,और सभी को अब आगे गलत रास्ते पर चलने से रोकने की हिदायत देती है। प्रतिज्ञा फिर गर्व को समझाती है,की गर्व अपने मां पर भरोसा करो और चलो पुलिस स्टेशन और हम सब कुछ सच सच बता देंगे। यह कहकर गर्व को लेकर पुलिस स्टेशन जाने लगती है। तभी सज्जन सिंह बंदूक तानते है,जिसे प्रतिज्ञा नजरंदाज कर देती है। कोमल प्रतिज्ञा से आगे बढ़ती है,और उसके बाहर निकलने से पहले ही दरवाजा बंद कर के उसे बाहर जाने से रोक देती है।