प्रतिज्ञा 2,एपिसोड की शुरुआत होती है, ठकुराईन अपनी पोती कृति और गर्व को खोज रही होती है। ठकुराईन, केसर से कृति और गर्व दोनो को खोजने के लिए कहती है। फिर केसर आती है, और ठकुराइन को बताती है, कि घर में बच्चे नहीं हैं। तब सुमित्रा कहती है, की अंतिम बार मैने कृति और गर्व को प्रतिज्ञा के साथ देखा था। ठाकुराइन, केसर से पूछती है कि प्रतिज्ञा कहाँ है? कृष्णा भी वहां रहता हैं, ठाकुराइन,उनसे कृति और गर्व को खोजने के लिए कहती है। ठाकुराइन,कृष्णा को बताती है, कि इस काम के पीछे प्रतिज्ञा का हाथ है। केसर भी परेशान हो जाती है तथा वह कृष्णा से कुछ करने को कहती है।
प्रतिज्ञा रोते-रोते घर आती है। वह सभी घरवालों को बताती है, कि कुछ गुंडे आए और बच्चों का अपहरण कर के ले गए। सुमित्रा का कहती है, कि यह सब इस प्रतिज्ञा ने ही किया है, उसने गर्व और कृति का अपहरण कर लिया है। वह कृष्णा से कहती है, कि वह उनके परिवार के बारे में सब कुछ जानती है और वह यहां किसी मकसद से आई है। कृष्णा, प्रतिज्ञा से कहता है कि वह बिना किसी को बताए, बच्चों के साथ कैसे ले जा सकती है? वह उस पर चिल्लाता है तथा गुस्सा करता है।
वह उससे कहता है, कि वह पहले से ही इतने खतरे में है, तो बच्चों को साथ ले जाने की क्या जरूरत थी? प्रतिज्ञा उसे बताती है, कि तुम्हारी अम्मा ने उसे ऐसा करने के लिए कहा था। सुमित्रा बताती है, कि वह झूठ बोल रही है। कृष्णा उस पर बहुत गुस्सा करता हैं। वह उसे बताता है, कि मैं जानता है, कि तुम झूठ बोल रही हो और अम्मा तुम्हारे बारे में बिल्कुल सही थी। कृष्णा,प्रतिज्ञा से सब कुछ बताने के लिए कहता है अन्यथा आज उसका अंतिम दिन होगा। प्रतिज्ञा,कृष्णा से उस पर भरोसा करने के लिए कहती है, कृष्णा से कहती है, कि वह अपने ही बच्चों का अपहरण क्यों करेगी?
कृष्णा कहता हैं, कि वह गर्व और कृति को अपने बच्चे कैसे कह सकती है? कृष्णा ने प्रतिज्ञा को सजा देने का निर्णय करता है। प्रतिज्ञा भागने की कोशिश करती है, लेकिन कृष्णा उसे रोकता है। प्रतिज्ञा उस पर भरोसा करने के लिए कृष्णा के सामने बहुत रोती है लेकिन, ठकुराईन उससे कहती है, कि वह उस पर भरोसा न करे और वह उसके साथ जो कुछ भी कर रहा है, वह बिल्कुल सही है। केसर भी प्रतिज्ञा का साथ देने की कोशिश करती है। तभी सज्जन सिंह को एक आदमी का फोन आता है, कि उन्होंने बच्चों का अपहरण कर लिया है।
कृति याद करती हैं, कि प्रतिज्ञा ने एक बार उनसे कहा था कि जब भी वे खतरे में हों और उनकी मदद करने वाला कोई न हो, तो उन्हें हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर देना चाहिए। फिर वे दोनों हनुमान चालीसा का जाप करने लगे। आदर्श और कोमल भी वहां आ जाते हैं। कोमल कृष्णा से पूछती है कि वह प्रतिज्ञा को सजा क्यों दे रहा है। वह उसे बताता है कि उसने गर्व और कृति का अपहरण कर लिया है। फिर उसने आदर्श की मदद से उसे कमरे में बंद कर दिया।