प्रतिज्ञा 2: एपिसोड की शुरुआत होती है, गर्व रो रहा होता है,कृति, गर्व को चुप कराने का प्रयास करती है और कहती है, कि इस तरह रोने से कुछ नहीं होगा। कृति गर्व को समझाते हुए कहती है,की सब कुछ जल्द ठीक हो जाएगा। उसके बाद कृति दरवाजा पीटती है तथा बाहर दरवाजा खोलने के लिए चिल्लाती है। कृति, प्रतिज्ञा के बातो को याद करती है, कि ईश्वर उनकी ही सहायता करते हैं, जो स्वयं की सहायता करते हैं। उसके बाद कृति उस जगह से भागने की प्लानिंग करती है। कृति और गर्व दोनों कमरे के अंदर छिप जाते है, जैसे ही गुंडों ने कमरा खोला तो अचानक गर्व और कृति उस कमरे से निकल जाते है।
इधर दूसरी तरफ कृष्णा सबको गर्व और कृति को ढूंढने के लिए बुला रहे हैं। प्रतिज्ञा को बचाने के लिए आदर्श जाता है। उसी समय गर्व और कृति वापस घर पहुंचते है। उन दोनो को देखकर सज्जन सिंह चौंक जाता है। दूसरी तरफ प्रतिज्ञा रो रही होती है। कृष्णा,गर्व और कृति को चुप कराता है तथापि उनसे पूछता है,की तुम लोग अपहरणकर्ता की जगह से कैसे भागकर आए? कृति,कृष्णा को पूरी बात समझती है। उसी समय ठकुराइन, कृष्णा को बच्चों से सवाल नही करने को कहती है, ठकुराइन कहती है,की सबको पता है,की इन दोनो के बच्चों को प्रतिज्ञा ने ही अपहरण किया था। इस पर कृति कहती है,की उन्हे प्रतिज्ञा ने किडनैप नही किया था,जबकि प्रतिज्ञा उन्हें बचाने का प्रयास किया और उन गुंडों से बचाने के लिए उनसे लड़ गई थी,लेकिन उन गुंडों ने उन्हें सिर पर लाठी मारकर भाग जाते है। कृति,कृष्णा को बताती है,की वह गुंडे ना जाने फोन पर किसी और से बात कर रहे होते है।
कृति की बात सुनकर कृष्णा को प्रतिज्ञा को दंडित करने पर पछतावा होता है, उसे लगता है,की प्रतिज्ञा को बाहर निकालना चाहिए। कृष्णा,प्रतिज्ञा को कमरे से बाहर निकालता है,तो उसे पता चलता है,की प्रतिज्ञा बेहोश होती है,तभी आदर्श, कृष्णा को बताता है की प्रतिज्ञा की सांसे भी नही चल रही है।
प्रतिज्ञा को कृष्णा मुँह से साँस देते हैं। प्रतिज्ञा होश में आई और रोने लगी। कृष्णा ने प्रतिज्ञा से अपनी गलतियों के लिए माफी मांगी और कहा कि वह पागल हो गया क्योंकि बच्चे खतरे में थे और कहा कि वह हर सजा के लिए तैयार है और उसे माफ करने के लिए कहा। कृष्णा ने कहा कि प्रतिज्ञा यहां अपने घर में रह सकती है। प्रतिज्ञा ने सब कुछ पहचान लिया। कृष्णा फिर से रात में प्रतिज्ञा के कमरे में पहुंचे और कहा कि उन्हें नहीं पता कि सब कुछ सामान्य करने के लिए उन्हें क्या करने की ज़रूरत है और कहा कि अगर वह उसे दंडित करना चाहती है तो वह कर सकती है। प्रतिज्ञा ने कहा कि उसे उस पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है और कहा कि वह अपने दोस्त के बारे में ऐसा कैसे सोच सकता है और उसका सामान पैक करना शुरू कर दिया। कृष्णा ने उसे रोका और कहा कि वह उसे क्षमा किए बिना कहीं नहीं जाएगी।