प्रतिज्ञा 2: एपिसोड की शुरुआत होती है,जब पिछले एपिसोड में कृष्णा अनाथ बच्चों को खाना देने वाले को देखने के लिए पेड़ के पीछे जाता है,तभी वो लड़की जिसका नाम मीरा होता है। वह कृष्णा के उपर गिर जाती है। मीरा ही अनाथ बच्चों को आम तोड़कर रोटी के साथ देती है। मीरा उठती है,और कृष्णा को देखकर एकदम चौंक जाती है और जोर जोर से शोर करती है। परिवार के सभी लोग इक्कठे हो जाते है। सब मीरा और कृष्णा दोनो से पूछने लगते है,की आखिर बात क्या है?
थोड़ी देर बाद मीरा सबसे पूछने लगती है,की यह वही कृष्णा सिंह ठाकुर है,जिन्होंने प्रेम विवाह रचाया था। ठाकुराइन उसको हां में जवाब देती है। मीरा फिर से उछलने लगती है। मीरा सबको बताने लगती है,की हम कृष्णा प्रतिज्ञा की कहानी को बचपन से ही सुनते आ रहे है। मीरा के इस बात का शक्ति सिंह,कृष्णा से हसी ठिठोली करते हुए कहता है,की यह लड़की जब छोटी थी तब तुम जवानी का खेल,खेल रहे थे। अब यह जवान हो गई तो तुम ढलान पर हो। कृष्णा शक्ति सिंह के बातों से प्रभावित नहीं होता है।
कृष्णा – मीरा से कहने लगता है,की हम कोई आजादी से पहले के आदमी थोड़ी है,जो बचपन से कहानी सुनते आई हो। मीरा कृष्णा को जवाब देती है,जब वह 16 वर्ष की थी,तब से आपके बारे में सुनते आ रहे है। इसी बीच प्रतिज्ञा आती है। प्रतिज्ञा, मीरा को देखकर उसके आम चोरी करने वाली बात छेड़ती है,कृष्णा उसे बताता है,की उसने आम चुराया नही था,वह आम तोड़कर अनाथ बच्चों को खाने को दे रही थी। मीरा, कृष्णा से पूछती है,की क्या यही प्रतिज्ञा है? सब उसे हां में जवाब देते है।
मीरा, प्रतिज्ञा का नाम घिटपिट मैडम रखती है। जिसपर ठकुराइन बहुत खुश होती है।
मीरा फिर सबको अपने बारे में बताती है,की इस फॉर्महाउस की पूरी जिम्मेदारी वही संभालती है,फिर सब लोग घर में चले जाते है। मीरा सबको जूस देती है,फिर बारी – बारी सबको कंबल देती है। ठाकुराइन मीरा से बहुत प्रभावती होती है,शायद कृष्णा के लिए वह जैसी बहु चाह रही थी,वह छवि उसे मीरा मे दिखाई देता है,और वह यह बात कोमल और शक्ति को भी बताती है। उसके बाद सभी सोने चले जाते है।
अगले दिन सुबह प्रतिज्ञा उठकर आईने के पास खड़ी होती है,तभी कृष्णा आता है,और वह उसे अपनी एनिवर्सरी विश करता है। दूसरी तरफ घर को मीरा ने सजाया हुआ था,जिसे देखकर सभी परिवार के सदस्य बहुत खुश होते है। मीरा से सजावट का कारण पूछते है,मीरा सबको बताती है, की यह सजावट कृष्णा और प्रतिज्ञा के एनिवर्सरी के लिए है। इसी बीच कृष्णा और प्रतिज्ञा भी आते है,और सजावट देखकर खुश होते है।
कृष्णा और प्रतिज्ञा की मीरा आरती उतारती है,उसके बाद केक रखा जाता है। ठाकुराइन सबको केक कटने से पहले जूस देती है, ठाकुराइन प्रतिज्ञा के जूस में फिर जहर घोल के देती है। प्रतिज्ञा जूस पीने के बाद कृष्णा का गिफ्ट खोलती है। उसके बाद उसे चक्कर आता है,और वह बेहोश हो जाती है। एपिसोड यहीं समाप्त हो जाता है।