मैडम सर

मैडम सर के 211वें एपिसोड की पूरी कहानी का सारांश हिंदी में पढ़े ,जाने कैसी मनाई गई महिला थाने की होली? आखिर कयामत ने कौन सा जुर्म किया? मैडम सर अपने घर क्यों नहीं पहुंच पाई? अनुभव सिंह का क्या हुआ? इस सब बातों को जाने इस लेख के माध्यम से

मैडम सर एपिसोड 211 की पूरी कहानी का सारांश || Madam Sir,Episode 211 Written Update In Hindi

कहानी की शुरुआत होती है,जब महिला थाने में होली खेलने के लिए डीएसपी अनुभव सिंह वहां पहुंच चुके होते है। डीएसपी अनुभव महिला थाने की इंचार्ज हसीना मालिक की तारीफ करते है,और फ्लर्ट भी करते है,जिस पर हसीना मालिक दूर भागना चाहती है। हसीना काम करने के बहाने पुष्पा सिंह को लेकर थोड़ी दूर चली जाती है,पुष्पा सिंह से कहती है, की मुझे लगता है,की डीएसपी सिर मुझे फ्लर्ट कर रहे है। इस बात का जवाब देते हुए,पुष्पा सिंह कहती है,की आप भी तो यही चाहती थी। हसीना इस बात का उत्तर देते हुए कहती है,की चाहती थी पर अब नही, वह हमारे सीनियर है,इसलिए मैं उनकी इज्जत करती हूं,लेकिन यदि आज उन्होंने ने कुछ किया तो मुझसे उल्टा – सीधा हो जाएगा।

चीता चतुर्वेदी को डीएसपी अनुभव सिंह अपने पास बुलाते है,और पूछने लगते है,की मुझे तुम्हारे महिला मनोविज्ञान की जरूरत है,चीता उससे पूछता है,क्यों तब डीएसपी कहते है, कि मेरे दोस्त को आज एक लड़की को प्रपोज करना है,वह उसे किस प्रकार प्रपोज करे? चीता डीएसपी की बातों से पकड़ लेता है,की प्रपोज उनके दोस्त को नहीं इन्हे ही करना है,चीता उनके प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहता है,की आपके दोस्त को न हिम्मत नही यह भांग वाली ठंडाई की जरूरत है,इसको पीने के बाद अंदर की सब बातें बाहर आ जाती है। डीएसपी चीता की बात सुनकर भांग वाली ठंडाई पी लेता है।

थोड़ी देर बाद करिश्मा सिंह भी वर्दी चेंज करके आती है,तभी बिल्लू उन्हे ठंडाई पीने को कहता है,लेकिन करिश्मा सिंह कयामत के खौफ से भांग वाल ठंडाई पीने से माना कर देती है,इधर संतोष बिना भांग वाली ठंडाई में भी भांग मिला देती है,दूसरी तरफ चीता उसे ऐसा करने से मना करता है,लेकिन नशे में होने के कारण वह नही मानती है। फिर कुछ देर बाद हसीना मालिक आती है,और वह भांग वाली ठंडाई पीने लगती है,इस पर दूर खड़ी संतोष शर्मा काफी खुश होती है,और चीता उन्हे रोकने की कोशिश करता है,लेकिन संतोष उसे रोक लेती है,फिर वह एक के बाद एक तीन ग्लास भांग वाली ठंडाई पी लेती है।

फिर सभी होली खेलना शुरू करते है,नाच गाना होता है,करिश्मा सिंह होली खेलते हुए भी,उस कयामत के अपराध करने वाली धमकी से चौकन्ना होती है,और उसने भांग नही पी थी। सब कुछ खत्म होता है,हसीना मालिक को चक्कर आ रहा होता है,फिर वह घर जाना चाहती है,सब लोग उन्हे तरह – तरह का तरीका बताते है,घर जाने के लिए फिर डीएसपी अनुभव सिंह कहते है,की हमारे पास ड्राइवर है,जो बिल्कुल नशे में नही है,हम हसीना जी को छोड़ देते है,फिर वह ड्राइवर को गाड़ी लेकर बुलाते है। फिर बिल्लू गाड़ी में मैडम सर को बैठने के लिए गाड़ी का बोनेट खोल देता है,जिस पर सब लोग उसका मजाक बनाने लगते है,फिर डीएसपी अनुभव सिंह गाड़ी का दरवाजा खोलकर हसीना मलिक को बैठाते है। उसके बाद अनुभव सिंह वहां से चले जाते है।

अगले दृश्य में उसी दिन के रात का समय जहां बिल्लू के रेस्टारेंट के पास करिश्मा सिंह खड़ी होकर इस कयामत से डरी हुई होती है,और उसका इंतजार कर रही होती है,लेकिन बिल्लू कहता है, की उस नकलची कयामत ने बस आपकी होली खराब करने के लिए आपको डराया था,और आप उसकी बातों में आ गई। इस पर करिश्मा सिंह भी बिल्लू के बात पर सहमत होती है,बिल्लू उन्हे भांग वाली ठंडाई की शरबत देता है,वो जैसे ही पीना चाहती है,वैसे ही मैडम सर के मां का फोन आ जाता है,उनका इस टाइम फोन देखकर वह चौंक जाती है। मैडम सर की मां करिश्मा सिंह को बताती है, की वह अभी तक घर नहीं पहुंची,और उनका फोन भी नही लग रहा है। फिर करिश्मा सिंह हसीना की मां को थोड़ी देर बाद फोन करने को बोलती है। फोन रखने के बाद वह डीएसपी अनुभव को फोन लगती है,लेकिन उनका फोन भी स्विच ऑफ होता है,जिसपर करिश्मा सिंह बिल्कुल परेशान हो जाती है,और उसे लगाने लगता है,की इन सबके पीछे कहीं वह नकलची कयामत का तो हाथ नही,फिर वह बिल्लू को सबको थाने में बुलाने को कहती है।

अगले दिन एकदम सुबह का दृश्य सब लोग बारी – बारी से हाजिर होते है,करिश्मा सिंह सबको मैडम सर के घर नहीं पहुंचने की सूचना देती है,सब लोग चौंक जाते है,फिर करिश्मा सिंह और सभी लोग उनके मोबाइल का अंतिम लोकेशन ट्रैक करते है,संतोष उनके मोबाइल के लास्ट लोकेशन को चेक करती है,और फिर सभी लोग वहां मैडम सर को खोजने के जुट जाते है।

थोड़ी देर बाद मैडम सर एक पेड़ पर बैठी मिलती है, चीता उन्हे नीचे उतारता है,फिर सब उन्हे होश में लाते है,फिर करिश्मा सिंह को मैडम सर के हाथ में बंदूक दिखती है,और वह उसे ले लेती है,फिर उसके बाद चीता को अनुभव सिंह का एक चप्पल मिलता है,और फिर उन सबको अनुभव सिंह का मोबाइल मिलता है। सब लोग मैडम सर से पूछने लगते है,की कहीं आपने तो नही नशे में अनुभव सर को गोली मार दिया,क्योंकि बंदूक में एक गोली कम है। हसीना इन सब बातों को नकारती है। सब अनुभव सिंह को ढूंढने लगाते है। एपिसोड यहीं समाप्त होता है।

भारत प्रहरी

भारत प्रहरी एक पत्रिका है,जिसपर समाचार,खेल,मनोरंजन,शिक्षा एवम रोजगार,अध्यात्म,...

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *