मैडम सर धारावाहिक के 31 मार्च 2021 के एपिसोड 209 की पूरी कहानी हिंदी में लिखित अपडेट के साथ,जाने क्या हुआ उन लड़कों का जिन्होंने करिश्मा सिंह पर फेंका रंग? आखिर पुष्पा सिंह ने सब इंस्पेक्टर करिश्मा सिंह को क्यों थप्पड़ मारा?
मैडम सर : 31 मार्च 2021 के एपिसोड 209 की पूरी कहानी हिंदी में लिखित|| Madam Sir,31 March 2021 Episode 209 Written update in Hindi
मैडम सर के 209वे एपिसोड की कहानी की शुरुआत होती है,जहां कांस्टेबल संतोष शर्मा मैडम सर यानी हसीना मैडम को होली के दिन छुट्टी लेने का कारण बताती है,की कुछ सालों पहले जब मैं गांव में थी तब कुछ लड़कों ने मुझे मेरी इच्छा के बिना ही रंग फेंक रहे थे,जिसके बाद से मुझे रंगो से बहुत डर लगता है,और मैं होली के दिन हमेशा एक कमरे में बंद रहती हूं। सभी लोग संतोष शर्मा की इन बातों से भावुक हो जाते है। मैडम सर संतोष शर्मा को ड्यूटी नही छोड़ने और हिम्मत से काम लेने की बात करती है। संतोष शर्मा और सब इंसेक्टर करिश्मा सिंह की ड्यूटी उसी इलाके में लगाती है,जहां पर करिश्मा सिंह को कुछ लड़कों ने गुब्बारे में पानी भरकर कान पर मारा था।
अगले दृश्य में दोनो ड्यूटी कर रहे होते है,करिश्मा सिंह पीछे खड़ी होकर संतोष को आगे जाने को कहती है,और गड़बड़ी होने पर सूचना देने की बात करती है। थोड़ी दूर पर तीन महिलाएं सड़क पर जाती दिखती है।
वह संतोष से कहती है,की तीन लड़कों ने उन्हें जबरदस्ती रंग लगा दिया। यह बात सुनकर संतोष तुरंत करिश्मा सिंह को अपने पास बुलाती है, करिश्मा वहां पहुंचती है और उन मंहिलाओ से वहां ले जाने को कहती है, जहां उन्हें लडको ने जबरदस्ती रंग लगा दिया था। वह तीनों करिश्मा सिंह और संतोष शर्मा को एक ऐसी जगह ले जाते है,जहां कोई नही होता है। करिश्मा सिंह के पूछने पर लड़के कहां है? तो इन महिलाओं का जवाब होता है की ,आपके सामने है। इस पर करिश्मा सिंह गुस्से में जैसे ही,उन महिलाओं की तरफ बढ़ती है तो वे महिलाएं उन्हे जबरन रंग लगाना प्रारंभ कर देते है। जो महिलाओं के वेश में होते है,दरअसल वही लड़के होते है,जिन्होंने करिश्मा सिंह को पानी भरे गुब्बारे से मारा था। दोनों किसी प्रकार अपने आप को बचाने का काम करती है। लड़के रंग लगाने के बाद वहां से भाग जाते है।
उधर डीएसपी अनुभव सिंह फूल लेकर लैपटॉप में हसीना मैडम की फोटो देखकर उन्हें प्रपोज करने की तयारी कर रहा होता है। कुछ देर बाद वह एक टांग पर बैठकर हसीना मालिक को इमेजिन कर के उन्हे प्रपोज करने की प्रैक्टिस कर रहा होता है,तभी वहां पर हसीना मालिक खुद पहुंच जाती है। हसीना मालिक को देखकर डीएसपी बिल्कुल चौंक जाता है। फिर वह बहाने बनाने लगता है,और हसीना से वहां आने का कारण पूछने लगता है। हसीना उसे महिला थाने पर अगले दिन होली के लिए इन्वाइट करती है। अनुभव उसे मंजूर कर लेता है।
अगले दृश्य में करिश्मा सिंह अपने उपर लगे रंग को धो रही होती है,और बेहद गुस्से में होती है,तभी गाड़ी से वहां हसीना मालिक पहुंचती है। फिर उनके हाल का खबर लेती है। जैसे ही इस घटना की पूरी जानकारी मैडम सर यानी हसीना मालिक को हो जाती है,वैसे ही वह संतोष शर्मा की हाल खबर लेने के लिए जाती है,तो देखती है उसने अपने आप को लॉक अप में बंद कर रखा है। फिर हसीना मालिक कांस्टेबल संतोष शर्मा को उन लड़कों को खुद पकड़ने का आश्वासन देती है और लॉकअप से बाहर आने को बोलती है। उसके बाद खुद हसीना मालिक कांस्टेबल चीता को लेकर पेट्रोलिंग पर निकलती है।
अगले दृश्य में बिल्लू के दुकान के पास करिश्मा सिंह और पुष्पा सिंह जाते है,करिश्मा चाय लाने को बोलती है,एक वेटर चाय लेकर आता है,लेकिन वह गलती से उसे टेबल पर रखते ही गिरा देता है,जिसके बाद करिश्मा सिंह गुस्से में आकर उस वेटर को थप्पड़ मारती है। जिसके बाद वह वेटर अपने दोनो कानो की तरफ ताली बजाता है,और करिश्मा मैडम को थैंक्स बोलता है। इस पर करिश्मा बिल्कुल चौक जाती है,फिर वह वेटर बताता है,की उसके कान में नहाते वक्त पानी चला गया था,जिसके बाद से उसे ठीक से सुनाई नही दे रहा था,लेकिन करिश्मा सिंह उसके कहानी को ठीक से सुन नहीं पाती है,और बिल्लू और पुष्पा से एक्सप्लेन करने को बोलती है,करिश्मा को सुनाई नही दे रहा है,इसका मौका पाकर पुष्पा सिंह उसे डायन,चुड़ैल जैसे शब्दों से संबोधित करती है। फिर बिल्लू उन्हे डांस करके उस वेटर ने थैंक यू क्यों बोला समझाता है। करिश्मा उसकी स्टोरी सुनकर खुद पर थप्पड़ मारने को कहती है,लेकिन कोई तैयार नहीं होता है। बिल्लू पुष्पा जी को थप्पड़ मारने के लिए चढ़ाता है,और पुष्पा जी तैयार हो जाती है,लेकिन वह बहुत धीरे से थप्पड़ मारती है,जिसके बाद करिश्मा सिंह उन्हे डांटती है,फिर बिल्लू पुष्पा जी को और चढ़ाता है,को इसने आपके बेटे को आपसे छीन लिया,यह बहु नही डायन है,इन सब बातों को सुनकर पुष्पा बहुत जोर का थप्पड़ मारती है,जिसके बाद भी करिश्मा उनके हाथों को चूमते हुए थैंक यू बोलते है और चली जाती है। करिश्मा के जाने के बाद पुष्पा कहती है,की मैं पहली सास हूं,जिसके थप्पड़ मारने के बाद उसकी बहू ने उसके हाथों को चूमा और थैंक यू बोला। बिल्लू आता है और कहता है,इस सास और बहु के थप्पड़ की कहानी यही समाप्त हुई।
अगले दृश्य में हसीना और चीता पेट्रोलिंग कर रहे होते है,और हसीना के कहने परनवाज 20 से 22 साल के लड़को को रूटीन चेक के नाम पर थाने में ले जाते है। वह उन लड़कों को भी पकड़ लेते है,जिन्होंने करिश्मा सिंह और संतोष शर्मा को रंग फेंका था।
अगले दृश्य में थाने का दृश्य दिखाया जा रहा था,जहां करिश्मा सिंह और संतोष सिंह रंग फेंकने वाले की पहचान करते है,लेकिन चेहरा सही ना देख पाने के कारण पहचान नहीं पाती है। उन लड़कों में से एक लड़का,जिसने रंग फेंका था,वह कहता है,की होली के दिन रंग फेंकना कोई जुर्म नहीं है। इसपर हसीना उसे जवाब देती है,की किसी को इच्छा के बिना रंग फेंकना सही नही है। उसके बाद वह कहता है,की यदि होली के दिन कोई बाहर जाएगा,तो रंग लगना तो लाजमी है,उसके इन बातों से करिश्मा उसी पर शक करने लगती है। फिर वह लड़का कहता है, की आपके पास हमारे खिलाफ कोई सबूत नहीं है,आप हम पर आरोप नहीं लगा सकती है। इस पर संतोष को याद आता है,की जिन लड़को ने रंग फेंका था,उसने एक लॉकेट गले में पहने हुए था। फिर उस लड़के का लॉकेट निकलवाया जाता है,और वह लॉकेट वही होता है,जो रंग फेंकने वाले लड़के ने पहना था। उसके बाद यह एपिसोड यहीं समाप्त हो जाता है।