हाई ब्लड प्रेशर कैसे होता है? क्या है सावधानियां,आज कल हाई ब्लड प्रेशर के शिकार वृद्ध के अतिरिक्त युवा भी होते जा रहे है। यह बीमारी अब युवाओं को भी प्रभावित करने लगी है। हाई ब्लड प्रेशर के शिकार होने से बहुत सारी दिक्कतों का सामना इससे प्रभावित रोगी को करना पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर से प्रभावित होने के कारण व्यक्ति के आम जीवन में भी कई पाबंदियां लग जाती है। हालांकि यदि व्यक्ति सावधानी बरते तो इस बीमारी से बचा जा सकता है। इस लेख में हम हाई ब्लड प्रेशर होने का कारण और इससे बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों का उल्लेख करेंगे। हाई ब्लड प्रेशर आज कल आम बीमारी होती चली जा रही है। ऐसे में यदि हमसे सावधानी बरतने में तनिक भी देरी हुई तो हम इस बीमारी के शिकार हो सकते है और हमें बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
क्यों हो जाता है, हाई ब्लड प्रेशर
आज के समय में हम किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में जाते है या फिर कहीं दो चार लोगो के बीच में बैठते है,तो हमे यह जरूर सुनने को मिल जाता है कि यह हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है। इस बीमारी को अब समाज में सामान्य रूप में समझा का रहा है,किन्तु यह बीमारी उतनी ही खतरनाक है। अब सबके में में यह इस बीमारी के करें जानने का प्रश्न अवश्य उठ रहा होगा।इस बीमारी का मुख्य कारण चिंता करना,मानसिक तनाव का होना,चिड़चिड़ापन,क्रोध और ईर्ष्या करना,किसी प्रकार मानसिक विकार होना,खाने – पीने में अनियमितता बरतना,,चीनी, मसाले,घी तथा मैदा से बने खाद्य पदार्थ का सेवन करना,अचार,मिठाई, शराब तथा सिगरेट,मांस एवम चाय का अधिक मात्रा में सेवन करना । इन सभी प्रकार के अनियमितताओं के कारण हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हो सकते है।
क्या है? सावधानियां
जिस प्रकार हम अपने कुछ कमियों के कारण हाई ब्लड प्रेशर जैसे बीमारी की चपेट में आ जाते है। उसी प्रकार इससे बचने के उपाय भी मौजूद है। यदि हम इं सावधानियों का नियमपूर्वक पालन करेंगे तो हम हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या से दूर रहेंगे।
- सबसे पहले हमें अपने खान – पान में अनियमितता से बचना चाहिए और नियमित रूप से उचित मात्रा में भोजन करना चाहिए।
- अधिक मात्रा में तेल से ताला हुए खाना और घी को कम मात्रा में खाना चाहिए।
- अपने वजन को नियंत्रित करना चाहिए।
- नियमित रूप से व्यायाम करना भी चाहिए।
- शराब,सिगरेट,तम्बाकू आदी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- चीनी, मसाले से बनी वस्तुओं का सेवन कम मात्रा में करनी चाहिए।
- किसी बात से क्रोधित होने से बचना चाहिए।
- अपने मस्तिष्क को तनाव मुक्त रखना चाहिए।
- किसी भी बात पर चिंतित होने से बचना चाहिए।
- हमेशा खुश रहना चाहिए
उचित स्वास्थ्य हेतु इन सभी प्रकार के नियमों का पालन करें।
आपका धैर्य ही सबसे अहम है