गोरखपुर जिले के छोटे से गांव असिलाभार के आयुष चन्द ने जेईई मेंस परीक्षा उत्तीर्ण कर किया पिता को किया गौरवांवित

गोरखपुर जिले के छोटे से गांव असिलाभार के आयुष चन्द ने जेईई मेंस परीक्षा उत्तीर्ण कर किया पिता को किया गौरवांवित

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA ने 5 अक्टूबर को जेईई मेंस के परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिया। जेईई मेंस की परीक्षा को बॉम्बे जोन आईआईटी के चिराग फ्लोर ने इस परीक्षा को टॉप किया। चिराग अत्यंत मेधावी छात्र है। इसके अतिरिक्त कृतिका मित्तल ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। कृतिका मित्तल आईआईटी रुड़की जोन की है। आपको बता दे जेईई मेंस की परीक्षा 1,50,838 छात्रों ने दी थी। जिसमें से कूल 43,204 छात्रों ने जेईई मेंस की परीक्षा पास की थी। इन 43 हजार 204 छात्रों में से एक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के असिलाभार नामक गांव के निवासी कौशलेश चन्द उर्फ बबलू चन्द के पुत्र आयुष चन्द भी नहीं मेधावियों में से एक हैं आयुष चन्द ने भी इस परीक्षा को पहले प्रयास में ही उत्तीर्ण कर लिया। आयुष चन्द बचपन से ही एक मेधावी छात्र रहे है। आयुष चन्द गोरखपुर में स्थित जीएन पब्लिक स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद CBSE द्वारा आयोजित 2020 की बोर्ड परीक्षा में 96% अंक हासिल किए थे। आयुष चन्द ने जेईई की परीक्षा की पूरी तैयारी गोरखपुर में ही स्थित लोकप्रिय कोचिंग संस्थान आकाश कोचिंग इंस्टीट्यूट से पूरी की। बेटे के इस सफलता पर पिता कौशलेस चन्द उर्फ बबलू चन्द पूर्णतः गौरवांवित है। पिता ने बेटे की इस अपार सफलता को अपने बेटे आयुष के द्वारा किए गए संपूर्ण परिश्रम का फल बताया। आयुष चन्द के चाचा शैलेश चन्द उर्फ सोनू चन्द ने बताया कि आयुष का बचपन से ही सपना था कि वह आईआईटी जैसे संस्थान में प्रवेश प्राप्त कर सके और उन्होंने अपने इस ध्येय को आखिरकार पुरन किया। आपको बता दे की आयुष चन्द की आल इंडिया रैंक 13195 है। जबकि उनकी EWS रैंक 1606 है। आयुष चन्द के इस सफलता पर पूरे परिवार के समेत पूरा गांव गौरवांवित है। आयुष चन्द यह कारनामा कर दिखाने वाले पहले छात्र है। इस लिए पूरे गांव में उनकी इज्जत अब और भी बढ़ गई है। हालांकि इस गांव में बहुत छात्रों ने कोशिश किया परन्तु वह इस परीक्षा को उत्तीर्ण के पाने में असमर्थ रहे। आयुष चन्द की लगन और मेहनत का ही परिणाम है कि उन्होंने इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर दिया। जेईई मेंस परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तीर्ण हुए सभी छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल और सुखमय भविष्य की कामना भी की साथ ही उन्होंने इस कठिन परिस्थिति में भी अभिभावकों द्वारा सरकार के प्रति विश्वास जताने पर आभार प्रकट किया। 

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